युद्ध विराम समझौते के कुछ बिंदुओं से पीछे हटने का आरोप
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर ग़ाज़ा युद्ध विराम समझौते के कुछ बिंदुओं से पीछे हटने का आरोप लगाया था। उसने कहा कि ग़ाज़ा पट्टी में बंधकों को वापस करने का समझौता हो गया है। नेतन्याहू के कार्यालय ने पहले कहा था कि युद्ध विराम को अंतिम रूप देने में आखिरी मिनट में कुछ “रुकावटें” थीं, जिससे 15 महीने का युद्ध रुक जाएगा।
इज़राइल -हमास संघर्ष विराम : एक नज़र
नेतन्याहू का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कतर के प्रधानमंत्री के बीच समझौते की घोषणा करने के बाद आया है, जो ग़ाज़ा में 15 महीने से चल रहे विनाशकारी युद्ध रोकने और दर्जनों बंधकों की रिहाई का मार्ग प्रशस्त करेगा। इससे पहले, कतर के प्रधानमंत्री ने पुष्टि की थी कि ग़ाज़ा में संघर्ष विराम रविवार से शुरू होगा और पहले चरण में 33 इजराइली बंधक रिहा किए जाएंगे।
तीन देशों ने की मध्यस्थता करने की कोशिश
गौरतलब है कि अमेरिका, मिस्र और कतर ने पिछले एक साल में ग़ाज़ा युद्ध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करने की कोशिश की है, जो अक्टूबर 2023 में हमास के हमले से शुरू हुआ था। कई महीनों की बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने पहले संघर्ष विराम के करीब होने की बात कही थी, लेकिन आखिरी समय में ऐसा हो न सका।
इज़राइल पर अब तक का सबसे घातक हमला
ग़ाज़ा में युद्ध तब शुरू हुआ था, जब हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर अब तक का सबसे घातक हमला किया था, जिसमें 1,210 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर नागरिक थे। इस हमले के दौरान हमास ने इज़राइल से 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिनमें से 94 अब भी ग़ाज़ा में बंदी हैं। इज़राइल की सेना के अनुसार इनमें से 34 की मृत्यु हो चुकी है।
23 लाख लोगों को विस्थापित किया
हमास-नियंत्रित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इसके जवाब में, इज़राइल के गाजा में अभियान में 46,707 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर नागरिक हैं । संघर्ष ने ग़ाज़ा का अधिकांश हिस्सा तबाह कर दिया है और लगभग पूरे क्षेत्र की 23 लाख लोगों को विस्थापित कर दिया है।