एसीपी प्रमोद स्वामी ने बताया कि मुरलीपुरा निवासी देवेन्द्र शर्मा (45) अपराह्न करीब 3 बजे खुद की कार से सीकर रोड 14 नंबर पुलिया होते हुए दादी का फाटक एक्सप्रेस हाईवे पुलिया पर पहुंचे। यहां पर कार खड़ी कर खुद पर बोतल में लाया पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा ली। सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्मदाह करने के कारणों की जांच की जा रही है।
दो घंटे पहले सोशल मीडिया पर की पोस्ट
देवेन्द्र ने आत्मदाह से 2 घंटे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की, जिसमें लिखा कि मुझे ऐसे लोगों की जरूरत है…जो भगवा रक्षा दल का प्रचार प्रसार कर सकते हो और भगवा रक्षा दल को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहायता भी कर सकते हैं। पद सबको चाहिए, लेकिन जिम्मेदारी सौंपी जाए, उसको उठाने का कोई प्रयास नही करता है। फायदे सबको चाहिए। भगवा रक्षा दल के नाम का कुछ लोग गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए थोड़े समय पहले मैंने समस्त कार्यकारिणी भंग कर दी थी। कुछ चुनिंदा लोगों को वर्तमान में जिम्मेदारी सौंपी गई है। वो राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य थे, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी दी है। लेकिन लगता है उसमें बदलाव की जरूरत महसूस हो रही है। क्योंकि जो भगवा रक्षा दल के प्रति उदासीनता रखेगा उसकी मुझे कोई जरूरत नही है। देवेन्द्र शर्मा (रींगस) राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवा रक्षा दल।
सबकुछ सही था, फिर
मृतक के भाई वीरेन्द्र ने बताया कि सबकुछ सही था। भाई से बात भी हुई तब उन्होंने कोई समस्या भी नहीं बताई। फिर अचानक ऐसा कदम उठा लिया। भाई के बेटी मनीषा, प्रिंसी व बेटा श्याम है। देवेन्द्र की एडवोकेट पत्नी रेखा शर्मा ने मुरलीपुरा में पुजारी आत्मदाह मामले में पीडि़त परिवार को निष्पक्ष न्याय दिलाने के लिए आंदोलन भी किया था। रविवार दोपहर को देवेन्द्र घर से निकल रहे थे, तब बेटी ने भोजन करके जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने लौटकर भोजन करने की बात कही। लेकिन बेटी का क्या पता अब उसके पिता कभी नहीं लौटेंगे।