बस्तर ओलंपिक के पर्याप्त फंड उपलब्ध कराया गया है। लेकिन अधिकारी पुरस्कार राशि देने में आनाकानी कर रहे हैं। इससे गुस्साए खिलाड़ियों ने आज जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव कर दिया।
Bastar Olympics 2024: कार्यालय का घेराव करते हुए शुरू हुआ हंगामा
बस्तर ओलंपिक 2024 के तहत बकावंड में विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। इसमें अनेक खेल इवेंट हुए। हर इवेंट के विजेता को दो हजार रुपए नगद, प्रमाण पत्र, ट्राफी देने का प्रावधान है। लेकिन यहां किसी भी विजेता को नगद राशि तो दूर ट्रॉफी और प्रमाण पत्र तक नहीं दिए गए। इससे नाराज खिलाड़ियों ने सोमवार को जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
दर्जनों युवा पहुंचे जनपद पंचायत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विभिन्न खेलों के विजेता 15 छात्र और 5 छात्राओं को घोषित ईनाम राशि दो दो हजार रुपए नहीं दी गई है। अब इन खिलाड़ियों से कहा जा रहा है कि उनके खाते में पुरस्कार राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। इन खिलाड़ियों के साथ ही दर्जनों युवा आज जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचे और सामने धरने पर बैठ गए। इसके बाद उन्होंने जनपद के सीईओ ऑफिस का घेराव शुरू कर दिया। उस समय सीईओ एसएस मंडावी कार्यालय से अनुपस्थित थे। ओलंपिक विजेताओं को अब तक नहीं दी गई पुरस्कार राशि
जानकारी मिलने पर बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल और एसडीएम ऋषिकेश तिवारी मौके पर पहुंचे। खिलाड़ियों ने उन्हें वस्तुस्थिति बताई और एसडीएम को चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। इसके बाद विधायक लखेश्वर बघेल और एसडीएम ऋषिकेश तिवारी के समक्ष जनपद पंचायत कार्यालय में खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
ज्ञापन में कहा गया है कि जनपद पंचायत बकावंड द्वारा
ओलंपिक विजेताओं को अब तक उनकी पुरस्कार राशि नहीं प्रदान नहीं की गई है। आयोजन के दौरान स्वास्थ सुविधा की कमी थी। खेलते समय चोटिल हुए खिलाड़ियों का मौके पर ही उपचार नहीं हो सका। खिलाड़ियों को उनके गांवों से लाने, वापस छोड़ने, भोजन और दूरस्थ गांवों के खिलाड़ियों के रुकने तक की व्यवस्था नहीं की गई थी।
शिकायतें गंभीर हैं…
Bastar Olympics 2024: बस्तर विधायक, लखेश्वर बघेल ने कहा कि पुरस्कार राशि नहीं देने ओर अन्य कमियों की जो शिकायतें आई हैं, वह गंभीर हैं। मैं इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करूंगा और पुरस्कार राशि जल्द दिलाने प्रयास करूंगा।