संदिग्धों से ठोस नहीं मिली जानकारी-
पुलिस हिरासत में लिए गए संदिग्धों से भी कोई ठोस जानकारी नहीं निकाल पायी। मासूम हिमांशी का शनिवार को मेडिकल कॉलेज की मरचुरी में दो सदस्यीय मेडिकल बोर्ड की निगरानी में पीएम हुआ। बोर्ड में एक महिला चिकित्सक थीं। अभी पुलिस को शार्ट पीएम रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुआ है। पीएम के बाद शव पिता रूपलाल के सुपुर्द किया गया।
बेटी को कलेजे से लगाए चीखती-चिल्लाती रही मां लक्ष्मी
मेडिकल के मरचुरी का नजारा हृदय विदारक था। पीएम के बाद मासूम को जैसे ही परिवारजनों के सुपुर्द किया गया। मां लक्ष्मी बेटी को सीने से चिपकाएं दहाड़ें मारकर रोने लगी। उसकी हालत देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। दोपहर बाद मासूम का अंतिम संस्कार हुआ।
थाने का घेराव-प्रदर्शन
उधर, इस अपहरण व हत्या की वारदात के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर को शहपुरा थाने का घेराव किया। ग्रामीण पीडि़त परिवार को आर्थिक मुआवजा दिलाने के साथ ही मासूम के हत्यारे को जल्द सामने लाने और फांसी दिलाने की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने पीडि़त परिवार को पांच हजार की आर्थिक मदद दी। वहीं विधायक संजय यादव की ओर से 25 हजार की मदद दी गई। हालात सम्भालने शहपुरा पुलिस के साथ भेड़ाघाट, बेलखेड़ा, पाटन का बल बुलाना पड़ा।
ये थी घटना-
रूपलाल दो अन्य भाईयों के साथ तिलहरी में रहकर मजदूरी करता है। वह बुधवार को पत्नी लक्ष्मी, छोटी बेटी हिमांशी को लेकर बिलपठार गांव राशन लेने गया था। बड़ी बेटी और परिवार के अन्य लोग तिलहरी में ही थे। गुरुवार की रात एक से तीन बजे के बीच सोते समय कोई पति-पत्नी के बीच से हिमांशी को उठा ले गया। शुक्रवार शाम 5.30 बजे उसकी लाश डेढ़ किमी दूर नाचनखेड़ा गांव में रोड से 700 मीटर अंदर एक खेत में मिली। मासूम के साथ शारीरिक यातना और मुंह दबाकर हत्या की आशंका व्यक्त की गई है। पुलिस शार्ट पीएम मिलने के बाद उपयुक्त धाराएं बढ़ाएगी।
वर्जन-
मासूम के प्रकरण में एसआईटी जांच कर रही है। संदेहियों से लगातार पूछताछ जारी है। शार्ट पीएम मिलने के बाद धाराएं बढ़ायी जाएगी।
सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी