1. ओटमील
एक सूती कपड़े में 2 कप ओट्स लेकर कपड़े को कसकर बांध लें। अब नहाने के टब में गुनगुना पानी भरकर कपड़े में बंधे हुए ओटमील को 8-10 मिनट के लिए पानी में डाल दें। और करीबन 15-20 मिनट के लिए बाथटब में बैठकर इस पानी से स्नान करें।
लाभ- शारीरिक खुजली का निवारण करने के लिए ओटमील बाथ फायदेमंद हो सकता है। माना जाता है कि त्वचा की सफाई के लिए ओटमील में मौजूद रसायनिक तत्व सेपोनिंस मदद कर सकता है। साथ ही ओटमील त्वचा को नमी देने के साथ-साथ त्वचा पर सूदिंग प्रभाव भी डाल सकता है।
2. मेथी दाना
लगभग 2 कप मेथी के बीजों को एक घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। अब भीगे हुए मेथी के दानों को आवश्यकतानुसार पानी के साथ पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। अब पेस्ट को खुजली से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। और पेस्ट सूखने पर त्वचा को साफ पानी से धो लें।
लाभ- मेथी दाना का उपयोग त्वचा से जुड़ी समस्याओं में आराम पाने के लिए किया जा सकता है। क्योंकि मेथी दाना के मेथेनॉलिक अर्क में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जिसके द्वारा इंफ्लेमेटरी रोग जैसे एक्जिमा के कारण होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। ऐसे में यह खुजली दूर करने का एक अच्छा उपाय है।
3. तिल का तेल
खुजली प्रभावित क्षेत्र को अच्छी तरह धोकर उस हिस्से पर तिल का तेल लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। आप चाहें तो पूरे शरीर पर भी तिल का तेल लगा सकते हैं। इस उपाय को 1 दिन के अंतराल में कर सकते हैं।
लाभ- शारीरिक खुजली का इलाज करने के लिए तिल का तेल काफी फायदेमंद होता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, तिल के तेल का इस्तेमाल काफी सारे स्किन कंडिशनिंग और मॉइस्चराइजिंग उत्पादों में किया जाता है। तिल का तेल त्वचा को नमी प्रदान करके रूखी-सूखी त्वचा और खुजली को दूर करता है।
4. तुलसी
लगभग एक मुट्ठी तुलसी की पत्तियों को एक बाल्टी गुनगुने पानी में 10-15 मिनट के लिए पड़ी रहने दें और अब इस पानी से नहा लें। या फिर तुलसी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं।
लाभ- कई बीमारियों में कारगर तुलसी एक बहुत ही गुणकारी औषधि है। इसका इस्तेमाल खुजली दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो एंटीमाइक्रोबियल गुणों से युक्त तुलसी त्वचा को फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने में कारगर हो सकती है।