scriptमसूड़ों की बीमारी से Diabetes और Heart का खतरा? कैसे रखें अपने दांतों का ख्याल | How Oral Hygiene Impacts Diabetes and Heart Disease | Patrika News
स्वास्थ्य

मसूड़ों की बीमारी से Diabetes और Heart का खतरा? कैसे रखें अपने दांतों का ख्याल

Oral Hygiene Impacts Diabetes and Heart Disease : आपके दांतों का स्वास्थ्य आपके पूरे शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है! मसूड़ों की बीमारी (Pyorrhea) जैसी चीजें न सिर्फ आपके मुंह को खराब करती हैं बल्कि डायबिटीज (Diabetes) और दिल की बीमारी (Heart disease) का खतरा भी बढ़ा सकती हैं।

Mar 21, 2024 / 12:06 pm

Manoj Kumar

brushing.jpg
: आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि आपके मुंह का स्वास्थ्य आपके पूरे शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है! सिर्फ दांतों में दर्द या मसूड़ों से खून आना ही मुंह की समस्या नहीं है, बल्कि ये डायबिटीज (Diabetes) और दिल की बीमारी (Heart disease) का खतरा भी बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं कैसे?

डायबिटीज (Diabetes) से ग्रस्त लोगों में मसूड़ों की बीमारी (पायरिया) होने का खतरा ज्यादा होता है। वहीं दूसरी तरफ, मसूड़ों की बीमारी खून में शुगर का लेवल कंट्रोल करना भी मुश्किल बना देती है।
मसूड़ों की बीमारी में मसूड़े सूज जाते हैं और उनमें से मवाद निकल सकता है। इससे मुंह में बैक्टीरिया पनपते हैं।
ये बैक्टीरिया खून के रास्ते शरीर में घूम सकते हैं और सूजन पैदा कर सकते हैं।
यह सूजन शरीर की इंसुलिन के इस्तेमाल करने की क्षमता को कमजोर कर देती है, जिससे डायबिटीज (Diabetes) का लेवल बढ़ सकता है।

यह भी पढ़ें-Good News for Diabetes Patients! रेशम से बना कृत्रिम अग्नाशय करेगा इंसुलिन की आपूर्ति



ठीक से इलाज न कराई गई मसूड़ों की बीमारी से मुंह में लगातार सूजन रहती है। यह सूजन खून के रास्ते पूरे शरीर में फैल सकती है और खून की नलियों को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे दिल की बीमारी (Heart disease) का खतरा बढ़ जाता है।
मसूड़ों की बीमारी से मुंह के बैक्टीरिया खून में जाकर धमनियों में प्लाक जमा होने में भी मदद कर सकते हैं। इससे दिल का दौरा (Heart attack) और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

take-care-of-your-teeth.jpg

अब आप समझ गए होंगे कि स्वस्थ मुंह बनाए रखना कितना जरूरी है। आइए जानते हैं कुछ आसान तरीके जिनसे आप अपने दांतों का ख्याल रख सकते हैं और डायबिटीज (Diabetes) और दिल की बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं:

यह भी पढ़ें-खून की कमी से लेकर दांतों की समस्या तक, यह विटामिन होता है जिम्मेदार जानिए लक्षण और बचाव

सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश करना जरूरी है। दो मिनट तक अच्छे से ब्रश करें, खासकर दांतों के बीच वाले हिस्से को।

ब्रश करने के बाद फ्लॉस करने से दांतों के बीच फंसे हुए खाने के टुकड़े और बैक्टीरिया निकल जाते हैं।
साल में कम से कम दो बार डेंटिस्ट के पास जाकर चेकअप कराएं। इससे शुरुआती स्टेज में ही किसी भी तरह की समस्या का पता चल जाएगा और इलाज किया जा सकेगा।

ज्यादा मीठा और खट्टा खाने से मुंह में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। जितना हो सके मीठी चीज़ें कम खाएं और खाने के बाद मुंह साफ जरूर करें।
ये चीज़ें पोषण से भरपूर होती हैं और मसूड़ों को मजबूत बनाती हैं।

अपने दांतों का ख्याल रखना उतना ही जरूरी है जितना कि शरीर के बाकी अंगों का। स्वस्थ मुंह न सिर्फ आपको अच्छी सांस देता है बल्कि डायबिटीज और दिल की बीमारी के खतरे को भी कम करता है। तो रोजाना ब्रश करें, फ्लॉस करें और डेंटिस्ट के पास जाएं। एक स्वस्थ मुंह, एक स्वस्थ शरीर की शुरुआत है!

Hindi News / Health / मसूड़ों की बीमारी से Diabetes और Heart का खतरा? कैसे रखें अपने दांतों का ख्याल

ट्रेंडिंग वीडियो