ये एक गंभीर हेपेटाइटिस की स्थिति होती है। एडेनोवायरस संक्रमण से ऐसा होता है। एडेनोवायरस आम वायरस हैं, जो कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। WHO के अनुसार, 50 से ज्यादा तरह के एडेनोवायरस होते हैं। आमतौर पर इस वायरस के हमले से सांस से जुड़े, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, कंजंक्टिवाइटिस और ब्लैडर इन्फेक्शन का भी खतरा पैदा करता है।
अक्टूबर 2021 में अमेरिका के अलबामा में पहली बार ये एडेनोवायरस का केस सामने आया था। लिवर की खराबी के पीछे कोविड भी कारण हो सकता है क्योंकि कई बच्चे एडेनोवायरस के साथ कोविड संक्रमण से भी ग्रस्त थे।
इस बीमारी में पेट में दर्द, दस्त और उल्टी के बाद पीलिया, त्वचा या आंखों में पीलापन जैसे सामान्य लक्षण होते हैं। इसके अलावा स्थिति गंभीर होने या हेपेटाइटिस के दूसरे लक्षण जैसे थकान, भूख न लगना, गहरे रंग का पेशाब, हल्के रंग का मल और जोड़ों का दर्द भी नजा आते हैं। हाई लीवर एंजाइम रीडिंग के साथ गंभीर लीवर में सूजन भी होता है।
एडिनोवायरस से बचाव का सबसे बड़ा उपाय यही है कि बच्चों को बाहर की चीजें खिलाना बंद कर दें। खानपान से इस वायरस का सीधाा कनेक्शन है। क्योंकि यह ठीक तरह से सामने नहीं आया है कि इसका कनेक्शन कोविड से ही है, इसलिए कोविड से बचाने के सारे प्रिकॉशन्स लें। इस बीमारी से बचाव का तरीका सिर्फ सतर्कता है।