क्या है आयुष्मान वय वंदना योजना? Ayushman Vaya Vandana Scheme
इस योजना (Ayushman Vay Vandana) के अंतर्गत बुजुर्गों को सालाना पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाएगा। यह सुविधा उन अस्पतालों में उपलब्ध होगी, जो आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत हैं। योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना है।
Ayushman Vaya Vandana Scheme : पंजीकरण के लिए सरल प्रक्रिया
पंजीकरण के लिए सिर्फ आधार कार्ड की आवश्यकता है। नालंदा में डिजिटल काउंटरों के माध्यम से आयुष्मान कार्ड (Ayushman Vay Vandana) बनाए जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम प्रमुख शबनम सुल्ताना ने बताया कि अब तक 11 लाख लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है, जबकि 26 लाख लोगों का लक्ष्य रखा गया है।
डोर-टू-डोर अभियान का अगला चरण
10 दिसंबर के बाद आशा वर्कर घर-घर जाकर उन लाभार्थियों को जोड़ेंगी, जो अब तक छूट गए हैं। इस काम के लिए आशा वर्कर्स को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति कार्ड पांच रुपये दिए जाएंगे।
Ayushman Vaya Vandana Scheme: बुजुर्गों ने जताई खुशी
योजना का लाभ लेने आए बुजुर्गों ने इसे सराहा। अजीम शाह, जो योजना का कार्ड बनवा रहे हैं, ने कहा, “पहले इस तरह की योजना नहीं थी। प्रधानमंत्री मोदी ने यह योजना शुरू कर हम गरीबों के लिए एक बड़ी राहत दी है।” प्यारे पासवान ने कहा, “इस योजना से हमें अस्पताल में इलाज कराने में मदद मिलेगी। यह बुजुर्गों के लिए वरदान साबित होगी।”
योजना का व्यापक प्रभाव
नालंदा के अलावा, यह अभियान पूरे बिहार में चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य बुजुर्गों को बिना किसी आर्थिक दबाव के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
‘(Ayushman Vay Vandana)‘ योजना न केवल बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का एक सशक्त माध्यम है, बल्कि यह समाज में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मददगार साबित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल ने बुजुर्गों के जीवन में नई उम्मीदें जगाई हैं।