अधिवक्ता राजपाल सिंह दिशवार के मुताबिक थाना कोतवाली हाथरस में आरोपी निजाम पुत्र दीनमोहम्मद की मा. उच्च न्यायालय ने जमानत मंजूर की है। सूत्रों के मुताबिक हाथरस न्यायालय के आदेश पर आरोपी के पिता दीनमोहम्मद निवासी गांव तरफरा से कोतवाली में तैनात पैरोकार ने सूचनाओं को थाने ले जाने और लौटाकर लाने के संबंध में एक हजार रुपये की मांग की। बिना पैसा लिए कॉन्स्टेबल कागज ले जाने को कतई तैयार नहीं था।
पीड़ित ने अपनी हालत को बयां करते हुए वेरीफिकेशन की गुहार लगाई, लेकिन कॉन्स्टेबल को कोई तरस नहीं आया। जबकि स्वराज खान एडवोकेट ने भी कॉन्स्टेबल को समझाया। इस दौरान स्वराज के सीनियर अधिवक्ता राजपाल दिशवार भी वहां पहुंचे और कॉन्स्टेबल की बात सुनकर हैरान रह गए। इस बीच किसी ने कॉन्स्टेबल की इस करतूत को कैमरे में कैद कर उसे वायरल कर दिया।
कॉन्स्टेबल का रिश्वत मांगते हुए वीडियो वायरल होने की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने कॉन्स्टेबल अशोक भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच शुरू करा दी है।