ट्रेड वॉर: शी जिनपिंग ने डोनाल्ड ट्रंप पर बोला हमला, कहा- एक सभ्यता को सर्वश्रेष्ठ मानना मूर्खता
8 मई को रूहानी ने की थी घोषणा
आपको बता दें कि बीते 8 मई को राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पश्चिम देशों को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि ईरान पर लगे अमरीकी प्रतिबंधों को हटाने कि लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं तो 2015 परमाणु समझौते के शर्तों को वह मानने के लिए बाध्य नहीं होगा और फिर से यूरेनियम का उत्पादन शुरू कर देगा। उन्होंने कहा था कि अमरीका द्वारा ज्वाइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन ( JCPOA ) से हटने के बाद ईरान ने प्रतिक्रिया स्वरूप यह कदम उठाया है। कमालवांडी ने आगे बताया है कि राष्ट्रपति रूहानी की घोषणा के बाद से परमाणु करार के तहत तय किए गए 130 टन यूरेनियम एवं 300 किलोग्राम भारी जल तक के भंडारण सीमा को ईरान ने मानने से इनकार कर दिया है, क्योंकि ईरान खुद को तय सीमा में बंधा हुआ नहीं देखना चाहता है। गौरतलब है कि अमरीका ने हाल ही में ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, जिसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव काफी गहरा गया है। इससे पहले अमरीका ने ईरान की सेना रिवॉल्यूशनरी गार्ड ( IRGC ) को आतंकी समूह घोषित किया है, जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप ईरान ने भी अमरीकी सेना को आतंकी संगठन घोषित किया है।
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