मंगलवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने एक बार फिर रामगढ़ झील से सी प्लेन सेवा की शुरुआत की बात कही। इस दौरान उन्होने गोरखुपर में राप्ती के तट पर तीन भव्य घाटों का लोकार्पण किया। उन्होंने करीब 60 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने गंगा आरती की तर्ज पर राप्ती आरती की घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिये संस्थाएं आगे आएंगी। कहा कि गुरू गोराक्षनाथ घाट और रामघाट के रूप में विकसित हो चुके पूर्वी और पश्चिमी तट के उत्तर स्थित शवदाह स्थल को बाबा मुक्तेश्वरनाथ घाट के नाम से जाना जाएगा।
गुरू गोरक्षनाथ घाट पर भगवान शंकर की 30 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी, जिसके शीर्ष भाग से प्रवाहति जलधारा जटा से गंगा अवतरण का आभास कराएगी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बताया कि गोरखपुर चिड़ियाघार (शहीद अशफाकउल्लाह खां प्राणि उद्यान) मार्च में शुरू कर दिया जाएगा। इसका निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है और इसमें जानवर लाए जा रहे हैं।