सीजेडए के अधिकारियों ने बीते 28-29 अक्टूबर को गोरखपुर में बन रहे चिड़ियाघर का दौरा किया था। इस दौरान सीजेडए के डाॅ. देवेन्द्र और डॉ. लक्ष्मी नरसिम्हा ने निरीक्षण के दौरान जो कमियां बताई थीं उसे कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम ने दूर कर दिया, जिसक रिपोर्ट सीजेडए को भेजे जाने के बाद केन्द्रीय मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में गोरखपुर चिडि़याघर के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई।
अब कार्यदायी संस्था इसका मुख्य द्वार जल्द से जल्द तैयार करने में जुटी है। प्रोजेक्ट मैनेजर डीपी सिंह का कहना है कि बिजी विभाग को 40 फीट उंचा मोनोपोल लगाना है। 22 दिसंबर तक विद्युत विभाग अपना काम कर देगा तो मुख्य द्वार का काम 10 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। उधर विद्युत विभाग ने भी काम समय पर पूरा कर लिये जाने की बात कही है।
प्राणी उद्यान के डायरेक्टर डाॅ. एच राजा मोहन के मुताबिक लोकार्पण के साथ ही सांपघर, और मछली घर व वाक थ्रू एवियरी शुरू हो जाएगी। इसमें जलीय पक्षी उड़ान भरते और कृत्रिम झील में अटखेलियां करते नजर आएंगे। 48 लोगों की क्षमता वाला 4डी थिएटर, इंटरप्रेटेशन सेंटर, सोवेनियर एरिया, पक्षी अवलोकन मार्ग भी शुरू हो जाएंगे।