एक दूसरे के विचारों का यहां आदान-प्रदान होता है। उन्होंने कहा कि शिविर में यह भी बताया जाएगा कि विदेशी लड़कों के चक्कर में आकर महिलाएं शादी तो कर लेती हैं, लेकिन बाद में उन्हें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। सरकार ने विदेश मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से इसके लिए एक कमेटी बनाई है। इसमें ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है।
तीन दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में देश के सभी राज्यों से भाजपा महिला मोर्चा की 200 महिला पदाधिकारी भाग ले रही हैं। इसके समापन सत्र को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अमित शाह संबोधित करेंगे। उद्घाटन सत्र का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान के संयोजक महेश चंद शर्मा, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जरनल वीके सिंह और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया ताई रहाटकर ने किया।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री ‘संगठन’ रामलाल ने अपने संबोधन में महिला मोर्चा को संगठन की प्रभावशाली इकाई बताया। उन्होंने कहा कि परिवार की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज के
काम करने की क्षमता केवल महिलाओं में ही है। हर परिस्थिति से जूझ पार्टी की महिलाए कार्यकर्ता बूथ प्रबंधन में कुशल भूमिका निभाती हैं। महिला मोर्चा हर काम में दक्ष है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान के संयोजक महेश चंद शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षण का अर्थ पार्टी के मिशन को जानना है। प्रशिक्षण के माध्यम से हर जिम्मेदारी को निभाने की कला बताई जाती है। यह प्रशिक्षण इसलिए भी दिया जाता है ताकि महिला कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में पहुंचकर अन्य महिलाओं को पार्टी की नीतियों और जिम्मेदारियों से रूबरू करा सकें।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला मोर्चे की अध्यक्ष विजया ताई रहाटकर ने कहा कि केवल महिला मोर्चा ही ऐसा संगठन है जो कहीं भी किसी भी परिस्थिति में काम करने में सक्षम है। बाकी मोर्चे अपने क्षेत्र तक सिमटे हैं, लेकिन महिला मोर्चा की कोई कार्य दक्षता और सीमा नहीं है। हर जिम्मेदारी को वह गंभीरता के साथ पूर्ण करती हैं। इस अवसर पर पार्टी की लतिका शर्मा, रश्मि सूद, सुप्रीत कौर, आशा जायसवाल, कमलावती, शारदा, संगीता कुमारी, सीमा द्ववेद्वी, कनक अग्रवाल, ममता पलाड़ा सहित आदि महिला कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।