इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए स्पेक्ट्रम ग्रुप के लीगल एडवाइजर प्रदीप कुमार ने बताया कि पिछले काफी समय से इस तरह की शिकायत मिल रही थी कि उनकी ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली किताब बनाने का कार्य जोरों पर किया जा रहा है। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए गहनता से जांच की गई तो पता चला कि थाना ट्रॉनिका सिटी इलाके की एक किताब बनाने वाली कंपनी के अंदर ही फर्जी तरह से मुझे किताब तैयार की जा रही है।
यह भी देखें: डीएससी रोड निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड पर हादसा उन्होंने बताया कि गहनता से जांच की गई जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आए उसके आधार पर स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया और इसकी शिकायत लिखित में भी दी गई। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उस कंपनी पर छापा मारा तो करीब 4 करोड़ रुपए की कीमत की वह किताब पुलिस को बरामद हुई जो फर्जी तरह से मनाई गई थी।