उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने बताया कि जो कोरोना का तीसरा वैरिएंट आया है इसके और पुराने कोरोना के बीच कितना फर्क है इस पर रिसर्च जारी है। इसके अलावा जो पुरानी तैयारी सीन रहे पूरी तरह से पर्याप्त थीं। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन की आई थी उसका समाधान प्रदेश में अब कर लिया गया है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश में 578 सरकारी ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए जा चुके हैं। इसके अलावा करीब 500 ऑक्सीजन प्लांट प्राइवेट सेक्टर में भी शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के तीसरे वैरिएंट को लेकर भी सरकार बेहद गंभीर है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले RT-PCR की जांच किसी भी जिले में नहीं थी, लेकिन अब सभी 75 जिलों में निरंतर RT-PCR की जांच हो रही है। इस जांच के बाद संक्रमित लोगों को जल्द ही चिन्हित किया जा सकेगा और उनका समय पर ही उपचार संभव होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि जो लोग विदेश से भारत आ रहे हैं उन सभी की जांच एयरपोर्ट पर ही गहनता से की जा रही है।