इंजेक्शन के डर से बहुत से लोगों नें नहीं लगवाई है वैक्सीन एक बार फिर से कोरोना ने दस्तक दे दी है। जिसके चलते गाजियाबाद में भी कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। हालांकि इसे रोकने के उद्देश्य से कई तरह की योजनाओं पर काम भी किया जा रहा है। इसके अलावा इससे बचाव के लिए लोगों को बड़ी संख्या में टीकाकरण भी जारी है, लेकिन अभी भी तमाम ऐसे लोग हैं जिन्होंने अभी तक भी वैक्सीन नहीं लगवाई है। वैक्सीन ना लगवाए जाने का कारण माना जा रहा है कि कुछ लोग इंजेक्शन की सुई के दर्द के डर के कारण इंजेक्शन नहीं लगवा रहे हैं।
डीएनए के इस्तेमाल से बना है जायकोव-डी वैज्ञानिकों के मुताबिक यह वैक्सीन दर्द रहित होगी। जायडस कैडिला द्वारा निर्मित वैक्सीन जायकोव-डी एक प्रकार की प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन है, जो डीएनए के इस्तेमाल से बनाई जाती है। इसे स्पाइक प्रोटीन से बनाया गया है। जो शरीर को कोरोना से लड़ने के लिए इम्यूनिटी भी देता है।
यूपी के 15 जिलों में मुहैया हुई जायकोव-डी निडिल फ्री जायकोव-डी वैक्सीन प्रदेश के गाजियाबाद समेत करीब 15 जिलों को शुरुआती दौर में मुहैया कराई गई हैं। जिनमें से मुख्य रूप से लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, बनारस, आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, बरेली और गाजियाबाद शामिल हैं।
जायकोव-डी की लगेंगी तीन डोज इस वैक्सीन को फार्मा जेट एप्लीकेटर की मदद से लगाया जाएगा। इसकी 18 साल से ऊपर के लोगों को पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज और तीसरी डोज 56 दिन बाद लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव की अन्य वैक्सीन की तरह इस सुईं रहित जायकोव-डी वैक्सीन में इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती है।
जल्द शुरू होगा वैक्सीनेशन वैज्ञानिकों ने बताया कि इस वैक्सीन को लगाने के लिए फिलहाल 20 वैक्सीनेटर को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक यह निश्चित नहीं किया गया है कि इसका रोलऑउट का दिन कौन सा होगा। इसके लिए अभी कुछ अन्य दिशा-निर्देश देने बाकी है। जल्द ही दिशानिर्देशों के मुताबिक इस वैक्सीन को लगाना शुरू कर दिया जाएगा।