सोशल मीडिया पर जितेंद्र नारायण सिंह को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और जिस तरह से उन्हें सनातन धर्म के लोगों से प्यार मिल रहा है। वह अपने आप को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं और नफरत भरे ट्वीट भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह ऐसे लोगों से कहना चाहते हैं कि यतींद्र सिंह आनंद गिरी और उनका सिर काटे जाने का फतवा जारी किया गया था। तो इस धर्म को शांति का मजहब कैसे कहा जा सकता है? इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें कोई मुस्लिम कहता है। तो उन्हें बेहद शर्म आती है। अब उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि भले ही उनके प्राण चले जाएं, लेकिन वह राष्ट्र विरोधी मजहब के नाम पर हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ लगातार जंग जारी रखेंगे… वंदे मातरम।
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कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं अदिति सिंह व पुरुष प्रधान की बातचीत का ऑडियो वायरल, जानें क्या है मामला देवी की आराधना में लीन हुए जितेंद्र नारायण सिंह उन्होंने कहा कि अब वह लगातार हिंदुत्व के लिए कार्य करेंगे। बता दें कि जितेंद्र नारायण सिंह इन दिनों डासना देवी मंदिर में पूरे हिंदू रीति रिवाज से ही मां भगवती की आराधना में लीन हैं। विधि विधान से वही पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
महिला मोर्चा की क्षेत्रीय मंत्री ने बांधा रक्षासूत्र इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की क्षेत्रीय मंत्री डॉ. उदिता त्यागी ने भी जितेंद्र नारायण सिंह का तिलक कर भव्य स्वागत किया है। उन्होंने बकायदा जितेंद्र नारायण सिंह की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें बड़ा भाई कहा है। उन्होंने कहा कि आज से मेरे बड़े भाई के रूप में जितेंद्र नारायण सिंह देखे जाएंगे। इसके साथ ही जितेंद्र नारायण सिंह को अब अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ का सदस्य भी बना दिया गया है।