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BAGHPAT: 1500 साल पुराना चेहरा मिला, देखकर लोग रह गए हैरान एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि हर थाना क्षेत्र में होमगार्ड की तैनाती की जाती है। जिसके लिस्ट कमांडेंट कार्यालय से जारी होती है। उनकी पेमेंट के लिए जो आमद सूची बरामद हुई उस मस्टररोल में हेराफेरी की गई है। उन्होंने बताया कि मुरादनगर थाने पर 1 जून 2019 को जीडी नंबर 19 पर ड्यूटी के लिए होमगार्ड राकेश कुमार, रविंद्र राजपाल सिंह, हरेंद्र, किरण पाल सिंह की आमद कंपनी कमांडर राकेश कुमार की तरफ से की गई। होमगार्ड राकेश कुमार 1 जून 2019 को थाने पर आमद कराने के बाद भी पूरे महीने ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। उसने एक भी दिन थाने पर ड्यूटी नहीं दी। जबकि होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय से तैयार किए गए मस्टररोल में होमगार्ड राकेश कुमार को पूरे महीने ही थाने पर तैनात दिखाया गया। इसके अलावा होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय द्वारा जून 2013 के मस्टररोल में 10 होमगार्ड के नाम दर्शाए गए थे। जबकि थाने पर महज 9 होमगार्ड की ही तैनाती हुई। उन्होंने बताया कि होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय द्वारा फर्जी मस्टररोल से जवानों के वेतन का भुगतान किया गया है।
उन्होंने बताया कि 2 जून 2019 की जीडी संख्या 31 पर होमगार्ड ललिता और जीडी संख्या 23 पर होमगार्ड घनश्याम की ड्यूटी लगाई गई थी। 3 जून 2019 को जीडी संख्या 19 पर होमगार्ड सुनीता किरण पाल और हरेंद्र को तैनात किया गया। जबकि मस्टररोल में होमगार्ड अरुण, उमेश ,यशपाल और जितेंद्र के नाम दर्शाए गए। इनकी सैलरी भी निकाली गई। पूरे मामले में कई अनियमितता देखते हुए थाना मुरादनगर एसएचओ ओमप्रकाश सिंह ने कमांडेंट कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और गबन का केस दर्ज कराया है। एसपी देहात का कहना है कि फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। बता देंं कि इससे पहले भी होमगार्डो की डयूटी लगाने का मामला सामने आया था।