जाति पूछने के बाद मंदिर जाने से रोका दरअसल नूरनगर में रहने वाली 50 वर्षीय शकुंतला देवी का कहना है कि वह बुधवार सुबह करीब 8 बजेवह घर के पास स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक करने गई थी। लेकिन मंदिर के गेट पर ही पुजारी के बेटे ने उन्हें रोक दिया और उनसे उनकी जाति पूछी। महिला का आरोप है जब उसने अपनी जाति बताई तो पुजारी के बेटे ने कहा कि वह मंदिर में नहीं जा सकतीं। इतना ही नहीं महिला का कहना है कि जब उसने मंदिर में प्रवेश करने पर रोक की वजह पूछी, तो उसे जातिसूचक शब्द कहने लगे और गालियां भी दीं। लेकिन मंदिर में जब वह पूजा करने के लिए आगे बढ़ी तो आरोपित ने उन्हें लात मार दी, जिससे वह गिर गई। पीड़िता ने घर पहुंचकर अपने बेटे एडवोकेट उदयवीर व अन्य लोगों को इसकी सूचना दी। इसके बाद सभी लोग मंदिर के पास जुटे और हंगामा शुरू कर दिया।
दलित बिरादरी में भारी रोष इसके बाद पूरे मामले की शिकायत थाना सिहानी गेट पुलिस लेकर पहुंचे। जिसे सुनते ही पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया और मामले और तूल पकड़े इससे पहले ही पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों में सुलह-समझौते की कोशिश की। लेकिन महिला ने एक नहीं सुनी और पुजारी के खिलाफ थाना सिहानी गेट में तहरीर दी है। उधर इस पूरे मामले में इलाके रहने वाले दलित बिरादरी के लोगों में भी बेहद रोष है। वहीं इस पूरे मामले में गुरुवार को एक बड़ी पंचायत किए जाने की सूचना भी खबर है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी उधर इस पूरे मामले में गाजियाबाद के एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि थाना सिहानी गेट में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें मंदिर में पूजा करने गई महिला से उसकी जाति बिरादरी पूछी गई और मंदिर में आने से रोक दिया गया। महिला ने पुजारी पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किए जाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल महिला की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है, जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके आधार पर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।