Corona Impact: जेल में बंद इन कैदियों को फिर मिलगी पेरोल
अक्सर यह देखने में आया है कि कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो जाने के बाद पड़ोस के लोगों के अलावा रिश्तेदार भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे में शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस वाले पांच हजार रुपये तक चार्ज कर रहे हैं। ऐसे में मृतकों के परिजनों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन सब समस्याओं को देखते हुए सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल ने एक विशेष टीम बनाई है जोकि जल्द ही अपना काम शुरू कर देगी। सिविल डिफेंस की इस पहल ने वाकई एक नजीर पेश की है। ऐसे कठिन दौर एवं महामारी काल में भी कुछ लोग मजबूरी का फायदा उठाते हुए लूट खसोट मचाने में लगे हुए हैं वहीं सिविल डिफेंस ने इस कार्य की सराहनीय शुरुआत की है।पुरवा हवाओं ने बदला मौसम, बारिश से मौसम बना रहेगा खुशनुमा
सिविल डिफेंस के डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल ने बताया कि यह सेवा केवल जरूरतमंदों के लिए शुरू की गई है और यह सेवा पूरी तरह निशुल्क होगी। इस सराहनीय कार्य की शुरुआत सिविल डिफेंस गाजियाबाद और धार्मिक रामलीला समिति कविनगर की ओर से शुरू की गई है। इन दिनों देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद अक्सर लोग दूरी बनाते हैं। कई परिवार में दाह संस्कार के लिए भी कोई सदस्य नहीं पहुंच पाता है। दुख की इस घड़ी में ललित जायसवाल की विशेष टीम लोगों की मदद के लिए आगे आएगी और जरूरतमंद लोग सिविल डिफेंस के डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल, 9910600628 ललित जायसवाल के प्रमुख सहयोगी दिवाकर सिंघल 99971361212,दिव्यांशु सिंघल 9910612063 एवं चीफ वार्डन ललित जायसवाल के 9999114642 पर फोन कर सकते हैं।यह भी पढ़े: पंचायत चुनाव में सवा करोड़ वाली मर्सिडीज से पर्चा दाखिल करने पहुंचा गांव का प्रत्याशी