यहां पिछले 25 वर्ष से एक ही परिवार के सदस्य कर रहे हैं रामलीला, खासियत जानकर रह जाएंगे दंग
गाजियाबाद. प्रताप विहार इलाके में श्रीराम चरितमानस रामलीला का मंचन लक्ष्मीनारायण कला मंच द्वारा किया जा रहा है । खास बात यह है कि इस कला मंच में सभी पात्र एक ही परिवार के हैं । इस परिवार के मुखिया लक्ष्मीनारायण और उनकी पत्नी उनके दो बेटे और बेटी ,भतीजा और भतीजी के अलावा उनकी बहू और उनके ससुराल पक्ष का परिवार यानी समधन ही सभी पात्रों के बखूबी ढंग से अभिनय करते हैं । सबसे बड़ी बात यह है कि रामलीला मंचन के दौरान जो भी अभिनय महिलाओं के होते हैं। उन्हें भी इसी परिवार की महिलाएं ही बखूबी ढंग से प्रदर्शित करती हैं।
इस कला मंच के मुखिया लक्ष्मी नारायण ने बताया कि शुरुआती दौर में उन्होंने रामलीला का मंचन जब शुरू किया था तो उन्होंने बाहर के ही पात्र बुलाए थे । इसके बाद उन्होंने खुद इसका रिहर्सल अपने घर पर शुरू कर दिया। धीरे-धीरे घर के सभी लोग उस अभिनय को स्वयं ही करने लगे। उन्होंने बताया कि बाहर के पात्र होने के कारण उनका सामंजस्य ठीक से नहीं बैठ पाता था । उसके बाद से घर के सभी लोगों ने उन्हें भरोसा दिया कि अब अपने परिवार के लोग ही सभी अभिनय ठीक तरह से प्रदर्शित कर सकते हैं । उसके बाद से ही लक्ष्मी नारायण कला मंच बना लिया गया। मंच पर नाटक और रामलीला का मंचन शुरू कर दिया गया। यानी परिवार का हर सदस्य रामलीला का मंचन करने लगे। लक्ष्मी नारायण ने बताया कि उनके घर की महिलाएं भी हर अभिनय को बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती हैं। यदि सीन में रोने का सीन आता है तो मंच पर उनकी आंखों में वास्तव में ही आंसू छलक जाते हैं ।और हर अभिनय को इस ढंग से प्रस्तुत किया जाता है कि वास्तव में ही यह घटना इनके ऊपर घटित हो रही है।
सबसे बड़ी बात यह है कि हाल में ही लक्ष्मी नारायण का करीब 25 वर्षीय छोटे बेटे सिद्धार्थ नारायण की कुछ बदमाशों द्वारा हत्या कर दी गई थी । वह राम का अभिनय बहुत अच्छे ढंग से करता था। अब उसके 3 साल की पुत्री और एक 2 साल और 4 साल के पुत्र को उसकी पत्नी आरती ने इस परंपरा को जारी रखते हुए अपने बच्चों को भी रामलीला में अभिनय किए जाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है । उन बच्चों के अंदर भी अपने पिता की छवि लोगों को दिखाई देती है । मंच पर जिस वक्त लोगों ने छोटे बच्चों को अभिनय करते देखा तो सभी की आंखें भर आई, क्योंकि उसकी पत्नी और दोनों बच्चों ने भी अपने परिवार का साथ देते हुए पूरी परंपरा को निभाया है ।
लक्ष्मी नारायण ने बताया कि उनका पुत्र हमेशा राम का ही अभिनय करता था। वह रामचंद्र की तरह ही अपना आचरण रखता था। 4 अगस्त 2018 को गली में कुछ मनचले एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे । उसे यह बात नागवार गुजरी और उसने लड़की का साथ देते हुए उन मनचलों को वहां से भगाने का प्रयास किया, लेकिन मनचलों ने इसके ऊपर जानलेवा प्रहार कर दिया और जमकर पिटाई कर दी। इस घटना में उनके बेटे को गंभीर चोट आई, जिसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने 17 अगस्त को दम तोड़ दिया। लेकिन उसके बावजूद भी उसकी पत्नी और बच्चे और पूरा परिवार रामलीला का मंचन कर रहा है।
लक्ष्मी नारायण ने बताया कि वह खुद उनकी पत्नी सरोज, बेटा राहुल जो कि रावण का पाठ कर रहा है। छोटा बेटा राम का पाठ किया करता था, लेकिन इस बार राम का अभिनय उनका भतीजा जीतेंद्र कर रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि सीता का अभिनय लक्ष्मी नारायण की भतीजी मधु नारायण करती है, जोकि जीतेंद्र की बहन लगती है । वहीं, लक्ष्मण का अभिनय इनका भतीजा टार्जन कर रहा है । इनका भाई भागीरथ कुंभकरण का अभिनय कर रहा है और बेटी प्रिया व्यासपीठ करती हैं। इसके अलावा इनका भतीजा अंकुर इन का पोता संदीप, बेटा अनुराग बड़े बेटे की बहू प्रीति और उनकी 7 वर्षीय पोती परिक्रमा 6 वर्षीय पोता शौर्य 4 वर्षीय पोता निर्णय, 2 वर्षीय पोता मधुर, 4 वर्षीय पुत्र देवांश उनकी बड़ी समधन शरबती देवी छोटी समधन ओमवती देवी कई अभिनय बखूबी ढंग से करती हैं ।
Hindi News / Ghaziabad / यहां 25 वर्ष से एक ही परिवार के सदस्य कर रहे हैं रामलीला मंचन, खासियत जानकर रह जाएंगे दंग