UP पुलिस के इस दरोगा ने कहा- पहले भरी पंचायत में मारूंगा भाजपा नेता को थप्पड़, उसके बाद करूंगा बात बता दें कि जीएसटी विभाग के खुफिया विभाग द्वारा यह पूरा प्रकरण सामने आया और खुफिया विभाग ने इस मामले में अधिवक्ता राहुल जैन, सीए मधुसूदन पांडे व फर्म में कार्यरत अखिलेश शर्मा को गिरफ्तार किया है। मूलरूप से तीनों ही लोग दिल्ली के रहने वाले हैं। इस पूरे मामले में गिरफ्तारी के बाद तीनों को मंगलवार शाम सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां पर न्यायालय के आदेश के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। जीएसटी के खुफिया विभाग द्वारा बताया गया कि मौके पर काफी अहम दस्तावेज पाए गए हैं, जिनमें 30 से अधिक फर्मों की बैंक व टैक्स स्टेटमेंट और फर्जी इन वॉइस रिकॉर्डर के अलावा उनके रबड़ स्टाम्प भी बरामद हुए हैं।
प्रशासन ने जारी की नई एडवाइजरी, 3 से ज्यादा बार तोड़ा ट्रैफिक नियम तो सस्पेंड हो जाएगा लाइसेंस दरअसल, जीएसटी विभाग को सूचना मिली थी कि एक फोन द्वारा लगातार जीएसटी चोरी की जा रही है। जबकि वह फल जीएसटी रजिस्टर्ड है। आश्चर्य की बात यह है कि उस फर्म का कहीं भी कोई ऑफिस नहीं है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के आसपास ही यह लोग कंपनियों को फर्जी बिल देता है, जिससे सालाना टर्नओवर हो सके। जीएसटी के खुफिया विभाग द्वारा मंगलवार को सूचना के आधार पर छापा मारा गया तो तमाम ऐसे अहम दस्तावेज पाए गए, जिनके द्वारा साफ हो गया कि इन फर्मों के द्वारा अभी तक 297 करोड़ रुपए के ई-वे बिल के माध्यम से फर्जी लेनदेन दर दिखाकर 50 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी की गई है।