आषाढ़ कृष्ण पक्ष में हो रहा प्रतिपदा और चतुर्दशी तिथि का क्षय
आषाढ़ मास का कृष्ण पक्ष इस बार 13 दिन का ही होगा। इस पक्ष में प्रतिपदा और चतुर्दशी तिथि का क्षय हो गया है। ऐसा संयोग इस वर्ष सूर्य और चंद्र की गति के कारण बन रहा है। जून के आखिरी सप्ताह में तिथियों के क्षय होने से आषाढ़ कृष्ण पक्ष 15 की बजाय 13 ही दिन का रहेगा। 23 जून से 5 जुलाई के बीच दो तिथियां क्षय होने से यह स्थिति बनेगी। जब-जब ऐसा संयोग आता है, देश-दुनिया में आपदा या अप्रत्याशित घटना की आशंका रहती है।10 दिन के होंगे गुप्त नवरात्र
आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि भी पड़ रहे हैं। शुरुआत 6 जुलाई से होगी, जो 15 जुलाई भड़लिया नवमी तक रहेंगे। इस बार दस दिन के नवरात्र रहेंगे। यह नवरात्र मनोकामना पूर्ति की साधना के लिए विशेष शुभ माने गए हैं। गुप्त नवरात्र में अनेक स्थानों पर कई साधक गुप्त साधना करेंगे और दस महाविद्याओं की आराधना करेंगे। सात जुलाई को जगन्नाथ रथयात्रा का आयोजन भी किया जाएगा।17 जुलाई को सो जाएंगे देव
इस बार पर्व-त्योहारों की तिथियों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। देवशयनी एकादशी 17 जुलाई से चातुर्मास की शुरुआत होगी। चातुर्मास का समापन 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर होगा। इस बार चातुर्मास 118 दिन का रहेगा, जबकि पिछले साल चातुर्मास 148 दिन का रहा था। यह दुर्लभ संयोग 31 साल बाद देखने को मिला हैं।आषाढ़ मास में कब कौन से पर्व
25 जून संकष्ठी चतुर्थी 29 जून शीतला अष्टमी