बदलते मौसम के साथ ही वायरल बुखार, खांसी व जुकाम के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले एक सप्ताह से जिला अस्पताल में प्रतिदिन मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीज उपचार कराने पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी सामान्य दिनों से दोगुनी हो चुकी है। सर्दी की दस्तक के साथ ही सांस और दमा के रोगियों में भी इजाफा हुआ है। बुधवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में 1527 मरीज पहुंचे। जिनमें से इमजेंसी 81 मरीज, जनरल मेडिसिन विभाग में 1050 मरीज, प्रसूति एवं स्त्री रोग की 113 मरीज, तो 282 शिशु रोगी अपना इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार इन मरीजों में सबसे ज्यादा सर्दी के मरीज शामिल हैं। जिनमें जुकाम, खांसी, बुखार और दमा के रोगी मुख्य हैं।
बच्चें और बुजुर्गों को सतर्क रहने की जरूरत डॉक्टरों के अनुसार ठंड बढऩे से लोग छींक, गले की खराश और जुकाम जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। सर्दी में सांस के रोगियों की तकलीफ और बढ़ेगी। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। वायरल बुखार से पीडि़त मरीजों को मास्क आदि से मुंह ढककर कर रखना चाहिए ताकि, अन्य लोग बुखार की चपेट में न आ सकें। साथ ही डाइट में जिंक, प्रोटीन व विटामिन सी को लेना बेहद जरूरी है। दूध में सभी न्यूट्रिएंट्स होते हैं। ऐसे में एक गिलास दूध जरूर पिएं। तनाव से बचें, क्योंकि तनाव इयुनिटी को कम करता है। वहीं खाने में जिंक, प्रोटिन और विटामिन प्रचूर मात्रा में लें। जिससे की इयुनिटी पॉवर स्टांग हो सके।
सर्दी के मौसम में जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज हैं। सर्दी के मौसम में लोगों को ठण्ड हवा और ठण्डे खान पान से बचना चाहिए।-दीपक जिंदल, सीनियर फिजीशियन, जिला अस्पतालठण्ड से बचने के उपाय-ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें।-सर्दी और खांसी से बचने के लिए मास्क पहनें और हाथ धोएं।-नियमित व्यायाम करने से शरीर गर्म रहता है।-गर्म चाय, कॉफी और सूप पीने से शरीर गर्म रहता है।-ठंडे पानी से नहाने और पीने से बचें।आहार संबंधी सावधानियां-गर्म और पौष्टिक आहार लें।-विटामिन और मिनरल्स लें।-ठंडे और वसायुक्त आहार से बचें।-गर्म पानी का सेवन करें।-फल और सब्जियां खाएं।