शुक्रवार की रात में 8 बजे से लेकर रात 12 बजे के बीच उपाय करने से पहले पूर्णतः शुद्ध होकर श्वेत कपड़े पहन लें। घर के ही पूजा स्थल पर सफेद कपड़े के आसन पर मात लक्ष्मी फोटो या छोटी सी मूर्ति स्थापित करके विधिवत पूजन करें। पूजन में धन की देवी माता लक्ष्मी को लाल कमल के पुष्प अर्पित करें, गाय के घी एक दीपक जलाकर रखें। इतना करने के बाद धन प्राप्ति की कामना से एक बार श्री सुक्त का पाठ भी करें।
श्री सुक्त का पाठ करने के बाद कमल गट्टे की माला या लाल चंदन की माला से लगातार 3 शुक्रवार तक ग्यारह हजार की संख्या में नीचे दिए माँ लक्ष्मी के सिद्ध तांत्रिक बीज मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का जप करें। तीन शुक्रवार तक मंत्र जप से पूर्व उपरोक्त विधि से माँ लक्ष्मी की पूजा भी विधिवत करें।
माता लक्ष्मी के सिद्ध तांत्रिक बीज मंत्र
1- “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये नमः”
2- “श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा”
3- “ॐ श्रीं श्रियै नमः”
4- “ॐ ह्री श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय स्वाहा”
5- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ”
6- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ”
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