बुकिंग हुई रद्द
दरअसल इस बार उत्तराखंड में बर्फबारी सीजन के पहले हो जाने की वजह से होटल व्यवसाइयों को देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा इजाफा होने की उम्मीद थी लेकिन सीएए की वजह से एकाएक होटल व्यवसाइयों में घोर निराशा के भाव देखने को मिल रहे हैं। निजी होटलों, रिजार्ट और सरकारी अतिथि गृहों में एक माह पहले काफी संख्या में पर्यटकों ने आनलाइन बुकिंग कराई थी लेकिन बवाल के बाद एकाएक पर्यटक बुकिंग कैंसिंल करवा रहे हैं।
इन देशों और राज्य से ज्यादा आते हैं पर्यटक
पर्यटन से जुड़े विशेषज्ञ इस बात को स्वीकार रहे हैं कि पर्यटकों के लिए दिल्ली ही उत्तराखंड का मुख्य प्रवेश द्धार है। विदेशी पर्यटक सबसे पहले दिल्ली आते हैं। उसके बाद उत्तराखंड की ओर रूख करते हैं। लेकिन सीएए को लेकर चल रहे बवाल की वजह से ब्रिटेन ,कनाडा, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, मारीशस,श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले पर्यटकों में कमी आई है। काफी संख्या में देशी पर्यटक पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान से भी आते हैं लेकिन विरोध की वजह से उपजे तनाव के बाद अधिकतर पर्यटक अपने घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
करोड़ों के नुकसान का अनुमान
टूर एंड ट्रवेल से जुड़े जगदीश पटवाल का कहना है कि क्रिसमस और नए साल के मौके पर काफी पर्यटक उत्तराखंड आते हैं। जिम कार्बेट पहुंचने वालों का तांत लगा रहता है लेकिन इस बार निराशा है। करोड़ों का नुकसान हो चुका है। पर्यटन विकास परिषद के एक अधिकारी के मुताबिक बुकिंग निरस्त हो रही है। जब दिल्ली में ही बवाल मचा है तो पर्यटक उत्तराखंड कहां से आएंगे। अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड में शांति जरूर है लेकिन आवागमन में दिक्कत की वजह से पर्यटक कम आ रहे हैं। लेकिन संभव है कि नए साल के पहले माहौल ठीक हो जाए और पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो जाए।
मंत्री कर रहे अपील…
पर्यटकों में आ रही गिरावट के मद्देनजर उत्तराखंड के पर्यटक विभाग द्धारा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का एक वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें पर्यटन मंत्री साहसिक पर्यटन, इको पर्यटन और जंगली सफारी को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं और पर्यटन विभाग सहित प्रदेश के लोगों से अपील कर रहे हैं कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटक अतिथि हैं और सभी पर्यटकों की सुरक्षा देने के साथ उनकी हर संभव मदद की जाए।