कुछ ही दिनों में परियोजना के इस सेक्शन पर डिडवाना से लालसोट के बीच सीआरएस भी हो जाएगा। इसके बाद दौसा से गंगापुर सिटी के बीच नियमित रेल संचालन फरवरी माह से शुरू होने की उम्मीद है। इस ट्रेक के शुरू होने पर अहमदाबाद-दिल्ली व दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रेक भी आपस में जुड़ जाएंगे। इन दोनों व्यस्त ट्रेक के आपस में जुड़ने के बाद रेलवे लंबे रूट की कुछ गाडि़यों दौसा-गंगापुर मार्ग से गुजार सकता है, जिससे समय व धन की बचत भी होगी।
सोमवार को प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर आरएस रानौत ने दौसा से डिडवाना रेल सुरंंग की बीच ट्रेक का निरीक्षण किया। दौसा से सुबह आठ बजे रेलवे अधिकारियों के दल के साथ विशेष निरीक्षण यान से वे लालसोट की ओर रवाना हुए। डिडवाना पहुंचनेे से पूर्व बनियाना, नांगल राजावतान, सलेेमपुरा रेलवे स्टेशनों पर ठहरकर जायजा लिया। ट्रेक पर मौजूद सभी पुलियाओं कके भी सुरक्षा की दृष्टि से बारीकी से देखा गया। डिडवाना रेल सुरंग में बिछाए गए ब्लास्ट लेस्ट ट्रैक एवं सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कई निर्देश दिए। इसके बाद लालसोट, बामनवास व खूंटला रेलवे स्टेशनों पर भी पहुंचकर निरीक्षण किया।
ये अधिकारी भी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान चीफ इंंजीनियर गगन गोयल, चीफ ट्रेक इंजीनियर जितेन्द्र, उप मुख्य अभियंता निर्माण विक्रम मीना, सीनियर डिविजन इंजीनियर तरुण बीका, अधिशासी अभियंता सीएस यादव, विशंभरदयाल, सहायक अभियंता रामवतार मीना, सीनियर सेक्शन इंजीनियर गंगासागर प्र्रसोया समेत कई अधिकारी भी मौजूद रहे।
सुरंग में ट्रेक बिछाने का काम लगभग पूरा
इस परियोजना पर डिडवाना से लालसोट के इंदावा के बीच बन रही प्रदेश की सबसे बड़ी रेल सुरंग के निर्माण लगभग पूरा हो चुुका है। रेल सुरंग में 2192 मीटर में सेे मात्र 35 मीटर में ही ट्रेक बिछना शेष है, यह कार्य आगामी एक सप्ताह में पूरा होने का अनुमान है। सुरंग में सिंगल व टेली कम्यूनिकेशन का भी काम किया जा रहा है। इस सुरंग का नवीनतम तकनीक से किया जा रहा है, जिसके चलते पूरी सुरंग में बीएलटी यानी बिना रोड़ी वाले ट्रेक का निर्माण किया जा रहा है। सुरंग की मजबूती व मिट्टी को रोकने के लिए बाइस मील तक दोनों ओर दीवार का निर्माण किया गया है।
दिल्ली, कोटा व मुंबई से होगा जुड़ाव
कई सालों से लंबित इस दौसा-गंगापुर सिटी रेल लाइन परियोजना पर रेल संचालन शुरू होने के साथ ही लालसोट रेल से देश की राजधानी दिल्ली के साथ शिक्षा नगरी कोटा और मायानगरी मुंबई से सीधा जुड़ जाएगा। रेल सुंरग का काम पूरा होने पर दिल्ली- मुंबई ट्रेक और जयपुर- दिल्ली ट्रेक भी आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे लंबी दूरी की गई रेल गाडियों को इस ट्रेक से निकाला जाएगा। इससे दौसा, अलवर समेत कई शहरों को गंगापुर होते हुए मुबंई व दक्षिण भारत तक की सीधी रेल सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
फरवरी माह के पहले सप्ताह में होगा सीआरएस
निरीक्षण के दौरान पत्रिका से बातचीत में प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर आरएस रानौत ने कहा कि दौसा से डिडवाना पहले ही सीआरएस निरीक्षण हो चुका है। डिडवाना से लालसोट के बीच काम पूरा होने के चलते यहां ट्रेन नहीं चल पाई। नियम है कि अगर सीआरएस के एक साल के भीतर अगर गाड़ी नहीं चलती है तो फिर निरीक्षण करना होता है। इसके मद्देनजर वे यहां आए है। निरीक्षण के दौरान माकूल व्यवस्थाएं मिली हैं, डिडवाना से लालसोट से बीच अगले माह के पहले सप्ताह में सीआरएस होने का अनुमान है।
परियोजना की फेक्ट फाइल-
परियोजना स्वीकृत -1996-97
परियोजना की लागत- 820 करोड़
कुल लंबाई 92.67 किलोमीटर
परियोजना में आरओबी -1
अंडरपास – 19
बड़े पुल -10
छोटे पुल 31
रेलवे स्टेशन-11