दीपावली की खुशियां बदली मातम में
शहर के वार्ड 36 निवासी स्व सीताराम नाई की पत्नी सुंदर देवी गाय भैंस पालकर अपने परिवार का पालन पोषण किया तथा अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर आत्मनिर्भर बनाया पूरे वार्ड में सुंदर हर किसी के दुख सुख की भागीदारी निभाती थी। बड़ा पुत्र मुकेश काशी यूपी में एक कंपनी में कार्य करता है तथा शादीशुदा है दो बच्चों का पिता है तथा छोटा पुत्र गोपाल मोनू तथा एक चूरू रहता है। एक बहन जो शादी शुदा है दीपावली मनाने की तैयारी में जुटे थे। लेकिन बहन के सुसर का निधन होने के कारण 30 अक्टूबर 2024 को बड़ा पुत्र मुकेश तथा उसकी पत्नी कविता, माता सुंदर देवी, भाई गोपाल उनका मामा देवकीनंदन कार में सवार होकर अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए भादरा तहसील के गांव डुंगराना जा रहे थे। तथा सिधमुख से निकलते ही सामने से पिकअप जीप चालक जीप को तेज गति ओर लापरवाही से चलाता हुआ लाया तथा उनकी कार को टक्कर मार दी। पिकअप जीप चालक शराब के नशे में था। टक्कर इतनी भीषण थी की कार पलटा खाते हुए खेतों में चली गई तथा क्षतिग्रस्त हो गई। आसपास खेतो में काम करने वाले तथा पास में स्थित गौशाला में काम करने वाले लोगों ने घायलों को कार से बाहर निकाला तथा एंबुलेंस को सूचना दी तथा एंबुलेंस पहुंचने के बाद गंभीर घायल कविता और सास-सुंदर को भादरा के अस्पताल में पहुंचा जहां कविता की मौत हो गई। जबकि गंभीर घायल सास सुंदर और उसके पुत्र मुकेश को हिसार रेफर किया गया बहू के अंतिम संस्कार के बाद सास ने भी दम तोड़ दिया तथा मुकेश अभी भी उपचार दिन है। जबकि कर में सवार अन्य लोगों को मामूली चोट लगने के कारण अस्पताल से छुट्टी दे दी गई घटना की सूचना मिलते ही वार्ड में शोक की लहर छा गई तथा दीपावली की खुशियां माता में बदल गई।
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पहले बहू की फिर सास की निकली अर्थी
घटना के बाद हर कोई स्तंभ था। पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रहा था अस्पताल में घायल मा ओर बेटा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे। बेटे की स्थित में सुधार होने के बाद बहु कविता का दीपावली के दिन अंतिम अंतिम संस्कार हुआ। जब मोक्ष भूमि में घायल पति हिसार से एंबुलेंस से पहुंच कर अपनी पत्नी को अंतिम विदाई दी तो उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गई। हर किसी के जुबान पर एक ही बात थी कि काल के सामने किसी की नहीं चलती। जैसे ही बहू का अंतिम संस्कार हुआ तो सास सुंदर ने भी दम तोड़ दिया। जिनका अंतिम संस्कार दीपावली के दूसरे दिन रामनवमी पर्व पर हुआ। गोरतलब है लगभग पांच माह पूर्व सुंदर के पति सीताराम का भी निधन हो गया था।
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भादरा थाने में हुआ मामला दर्ज
मृतक सुंदर का छोटा पुत्र मोनू ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि 30 अक्टूबर 2024 को उसका भाई मुकेश सादुलपुर से डुंगराना की तरफ जा रहा था उसका भाई मुकेश अपनी कार को खुद चला रहा था। उसके साथ उसकी माता सुंदर देवी, भाभी कविता देवी पत्नी मुकेश, मामा देवकीनंदन, भाई गोपाल कार में सवार थे। जब कार भाड़ी मोड गौशाला के पास पहुंची तो एक पिकअप जीप चालक पिकअप को सामने से तेज गति ओर लापरवाही से चलाता हुआ लाया और कार को सीधी टक्कर मार दी तथा तेज गति से टक्कर लगने के कारण कार पलटा खा गई। जिसमें सभी को चोट आई घटना लगभग दोपहर बाद की है मौके पर एंबुलेंस से सभी को भादरा अस्पताल पहुंचाया तथा भाभी कविता की मृत्यु हो गई अस्पताल से उसके माता सुंदर देवी मामा देवकीनंदन भाई मुकेश तथा गोपाल की हालत गंभीर होने के कारण के हिसार रेफर कर दिया।दर्ज मामले में बताया कि पिकअप चालक की लापरवाही से दुर्घटना घटित हुई बाद में वह हिसार पहुचा तो देखा कि उसका भाई गोपाल होश में था। जिसने घटना की जानकारी दी पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।