एसडीइआरएफ की टीम की मदद ली
इधर, मिस्त्री का काम करने वाला कमलेश काम से घर लौटा तो उसे पत्नी व बच्ची नजर नहीं आई तो वह खेत पर गया। जहां उसने देखा पत्नी की चप्पल और बच्ची का शव कुएं में उतरा रहा था। रात में बमीठा पुलिस को सूचना दी गई। बच्ची के शव को बाहर निकाल लिया, लेकिन प्रियंका का पता नहीं चला। जब सुबह तक प्रियंका का शव नहीं मिला तो एसडीइआरएफ की टीम की मदद ली गई। संजय गौर प्लाटून कमांडर, अरुण राजपूत, पुरुषोत्तम तिवारी, राकेश पाल, परमलाल कुवादर, मोहन सिंह ने मौके पर जाकर कुआं में तलाशी अभियान चलाकर प्रियंका के शव को बाहर निकाला। एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची और मौके से साक्ष्य एकत्र किए। नवविवाहिता की मौत होने के कारण नायब तहसीलदार इंद्र कुमार गौतम ने मौके पर जाकर मुआयना कर जांच की। बमीठा थाना प्रभारी मोहर सिंह सिकरवार ने शव को पोस्टमार्टम के लिए राजनगर अस्पताल भिजवाया और मर्ग का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।इनका कहना है
सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची थी। एसडीइआरआरएफ की मदद से शव बाहर निकाला गया है। मामले की जांच की जा रही है। घटना किस तरह हुई इसकी जांच की जा रही है।विक्रम सिंह, एएसपी