इस समस्या को लेकर पंचायत प्रशासन को बहुत बार अवगत करा दिया था। परंतु पंचायत प्रशासन ने इस समस्या का निस्तारण नहीं करवाया कई बार सरपंच व सचिव ने पुलिया बनवाने का आश्वासन दिया लेकिन उनके आश्वासन खोखले निकले। गांव के युवक नन्दकिशोर सराधना ने देख ली पुलिया का निर्माण करवाने से दर्जनों ग्रामीणों व विद्यालय के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
ऐसे आया विचार नन्दकिशोर कि जुबानी
ग्रामीण नंदकिशोर सिराधना ने बताया कि इस पुलिया का निर्माण करने का विचार नन्हे बच्चों को विद्यालय के लिए इस पानी से निकलते हुए देखकर मेरे मन में विचार आया कि क्यों ना यहां पर पानी के पंपे डलवा कर वैकल्पिक पुलिया का निर्माण कर दिया जाए जिससे इन बच्चों को विद्यालय जाने में आसानी हो