1 फरवरी को लगाएंगे डुबकी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि 1 फरवरी को 73 देशों के राजनयिक महाकुंभ का महत्व समझने और अनुभव करने आएंगे। विदेश मंत्रालय ने इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि ये सभी राजनयिक बड़े हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन करना चाहते हैं। वे नाव से संगम नोज पहुंचेंगे, स्नान करेंगे और फिर अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर जाएंगे। इसके बाद, डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर के जरिए आधुनिक तकनीक से महाकुंभ की गहराई को समझेंगे। वे प्रदर्शनियां और सांस्कृतिक भ्रमण भी करेंगे, जिसमें यूपी स्टेट पवेलियन, अखाड़े, यमुना कॉम्प्लेक्स, अशोक स्तंभ और अन्य स्थलों का दौरा करेंगे। विदेशी मेहमानों के लिए बमरौली हवाई अड्डे पर विशेष वीआईपी लाउंज में नाश्ते की व्यवस्था की गई है। साथ ही टूर गाइड भी मौजूद रहेंगे। गृह मंत्रालय के 140 कर्मचारियों के लिए नावों का खास इंतजाम किया गया है।
इन देशों के राजनयिक होंगे शामिल
महाकुंभ में जिन देशों के राजनयिक आ रहे हैं उनमें- जापान, अमेरिका, रूस, यूक्रेन, बांग्लादेश, जर्मनी के साथ ही आर्मेनिया, स्लोवेनिया, हंगरी, बेलारूस, सेशेल्स, मंगोलिया, कजाकिस्तान ऑस्ट्रिया, पेरु, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, अल सल्वाडोर, चेक रिपब्लिक, बुल्गारिया, जॉर्डन, जमैका, इरिट्रिया, फिनलैंड, ट्यूनीशिया, फ्रांस, एस्टोनिया, ब्राजील, सूरीनाम, जिंबाब्वे, मलेशिया, माल्टा, भूटान, लेसोथो, स्लोवाक, न्यूजीलैंड, कंबोडिया, किरगिज, चिली, साइप्रस, क्यूबा, नेपाल, रोमानिया, वेनेजुएला, अंगोला, गुयाना, फिजी, कोलंबिया, सीरिया, गिनी, म्यांमार, सोमालिया, इटली, बोत्सवाना, परागुआ, आइसलैंड, लातविया, नीदरलैंड, कैमरून, कनाडा, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, थाईलैंड, पोलैंड, बोलिविया शामिल हैं।