महाकुंभ में सेवा भाव
एक गंगा सेवा दूत ने बताया, “महाकुंभ मेले में पंचायती राज विभाग की तरफ से कुल 1,500 गंगा सेवा दूतों की नियुक्ति की गई है। हमारा काम यह है कि महाकुंभ में जो कल्पवासी हैं, उनसे मुलाकात करके उन्हें सुगम स्थानों तक पहुंचा रहे हैं। हम लोगों से निवेदन कर रहे हैं कि वे प्लास्टिक का उपयोग न करें और प्रयागराज को स्वच्छ बनाने में हमारी मदद करें।”महाकुंभ में दिव्यांगों को स्नान करा रहे सेवा दूत
एक अन्य गंगा सेवा दूत अजय कुमार यादव ने बताया, “जो भी श्रद्धालु मेले में भटक गए होते हैं या फिर दिव्यांग होते हैं, उन्हें हम चिकित्सालय भेजने के लिए गाड़ी उपलब्ध कराते हैं। दिव्यांगों के लिए अलग व्यवस्था होती है। परिसर और गंगा सफाई के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है। आने वाले श्रद्धालुओं को प्लास्टिक मुक्त और गंदगी न फैलाने के लिए प्रेरित किया जाता है। नदी में साबुन का इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक किया जाता है।”ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर देवकीनंदन ठाकुर का बयान, बोले-कोई अभिनेत्री संत बनती…
कानपुर से आए दिव्यांग रितेश दीक्षित ने सेवा दूतों की तारीफ की। उन्होंने बताया, “गंगा दूत आश्रम में रुका हुआ हूं, जहां पर लोग आश्वासन दे रहे हैं कि वे हमें घाट तक पहुंचाएंगे। सरकार की यह पहल बहुत ही अच्छी है, इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।”सोर्स: IANS