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बेपटरी हुई एक लाख लोगों के लिए बनी परियोजना

बरड़ क्षेत्र की करीब एक लाख की आबादी के लिए बूंदी पेयजल कलस्टर परियोजना (विस्तार चंबल भीलवाड़ा पेयजल परियोजना) किसी वरदान से कम नहीं थी।

बूंदीJan 23, 2025 / 05:54 pm

पंकज जोशी

बेपटरी हुई एक लाख लोगों के लिए बनी परियोजना

डाबी. नलों में कम प्रेशर से आ रहे पानी को भरती महिला।

डाबी. बरड़ क्षेत्र की करीब एक लाख की आबादी के लिए बूंदी पेयजल कलस्टर परियोजना (विस्तार चंबल भीलवाड़ा पेयजल परियोजना) किसी वरदान से कम नहीं थी। लगभग पांच वर्ष पहले शुरू की गई इस योजना पर सरकार ने करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन योजना की शुरुआत के महज कुछ वर्षों में इसकी हालत बदतर हो चुकी है। चंबल पेयजल परियोजना लाखों लोगों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन विभागीय लापरवाही और सुस्ती के कारण यह परियोजना अपने उद्देश्य में विफल होती नजर आ रही है। समय रहते सुधार नहीं किया गया तो स्थिति और बदतर हो सकती है।
क्षेत्र के चबल पेयजल परियोजना से जुड़े गांवों में सप्ताह या माह में एक बार मात्र 15 से 20 मिनट तक नल में पानी आता है। पानी का प्रेशर भी कम होने के कारण घरों के अंदर तक पानी नहीं पहुंच पाता। ग्रामीणों ने बताया की पेयजल की समस्या जस की तस बनी हुई है। कई गांवों में पाइपलाइन बिछा कर छोड़ दी।गांवों में नल कनेक्शन देने बाद भी पेयजल की सप्लाई नहीं दी जा रही है। वहीं ग्राम पंचायत डोरा की जोगी बस्ती सहित कई अन्य बस्तियों को अब तक चबल पेयजल परियोजना से जोड़ा ही नहीं गया।
गौरतलब है कि बरड़ क्षेत्रवासियों को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो, इस उद्देश्य से बूंदी पेयजल कलस्टर परियोजना (विस्तार चबल भीलवाड़ा पेयजल परियोजना) शुरू की गई थी। परियोजना के तहत क्षेत्र के 34 गांवों और 25 मजरों की अनुमानित एक लाख की आबादी को चबल का पानी मिलने लगा। 80 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत शुरू हुई बूंदी कलस्टर वृहद पेयजल परियोजना (विस्तार चंबल भीलवाडा पेयजल परियोजना) का कार्य दिसंबर 2019 को पूरा हो चुका था। इस पेयजल परियोजना के अन्तर्गत चबल भीलवाडा पेयजल परियोजना की मुय रॉ वाटर राइजिंग पाइप लाइन गांव राणाजी का गुढ़ा में ऑफटेक से 350 मि.मी. व्यास की पाइप लाइन बेवड़िया स्थित फिल्टर प्लांट तक बिछाई गई।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के आधार पर हर घर नल कनेक्शन देने के लिए इस परियोजना के रेट्रोफिटिंग का कार्य किया गया। रेट्रोफिटिंग ऑफ बूंदी कलस्टर वृहद पेयजल परियोजना (विस्तार चबल भीलवाडा पेयजल परियोजना) जल जीवन मिशन के अन्तर्गत क्षेत्र के 35 गांवों व 47 मजरों को परियोजना के तहत 10935 घरेलू जल कनेक्शन देकर लाभान्वित किया गया।
इन गांवों में पेयजल की हालत खराब
ग्राम पंचायत गोपालपुरा के लक्ष्मीपुरा, फतेहपुरा, देवगढ़, श्रीनगर में, ग्राम पंचायत डोरा के श्योपुरिया, भीलों का कछालिया, बेवड़ा, डोरा, कोचरिया, नाई का तालाब में, ग्राम पंचायत डाबी के कस्बे सहित थड़ी में, ग्राम पंचायत सूतड़ा के कंवरपुरा, भवानीपुरा, भगवानपुरा, सूतड़ा, भील बस्ती डोली में, ग्राम पंचायत राजपुरा के गुढ़ा, डसालिया, राजपुरा, पीलीया में, ग्राम पंचायत गणेशपुरा के डबूसर, गणेशपुरा में, ग्राम पंचायत लबाखोह के कस्बे के कुछ हिस्सों में, ग्राम पंचायत खड़ीपुर के करुंदी, पटियाल, कोहली, खड़ीपुर, बेरा का ढाणा, मोहिपुरा, नाथे का टापरा में, ग्राम पंचायत धनेश्वर के काला पीपला, खेड़ा, पीली का झोपडा, धनेश्वर, बड़ागांव, बरडा का झोपडा में, ग्राम पंचायत बुधपुरा के गुर्जरों का पराणा, बुधपुरा व कस्बे के बालाजी मोहल्ला सहित अन्य गांव में पेयजल सप्लाई नियमित व सुचारू रूप से नहीं होने से ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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