थानाधिकारी अजीत सिंह चौधरी ने बताया की रात को एक बस रावतभाटा से चौथ का बरवाड़ा की ओर जा रही थी, जो घाट का बराना के समीप अनियंत्रित होकर पलटी मारी गई थी। मय जाब्ते के घटना स्थल पहुंचकर घायलों को बाहर निकलवाकर अस्पताल भिजवाया। जिसके बाद क्रेन की मदद से बस को सड़क से हटवाकर रास्ता बहाल करवाया। बस को सुरक्षा की दृष्टि से थाने पर लाकर खड़ा करवा दिया है। मामले पर आगे की कार्यवाही जारी है।
बस पलटते ही मच गई चीख पुकार
हादसे के वक्त बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। जो सभी अलग-अलग परिवार के है। बस के पलटने से मौके पर चीख पुकार मच गई। लोग इस कदर फंस गए कि बस से बाहर भी नहीं निकल पाए। ऐसे में काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से घायलों को बस से बाहर निकाला गया।
सड़क हादसे के बाद जाम लग गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से बस को सीधा करवाया। इसके बाद यातायात सुचारू हो सका।
हादसे में 3 की मौत, ये हुए घायल
पुलिस के सड़क हादसे में अरविंद सिंह और अंतिम कुमार वैष्णव निवासी रावतभाटा की मौके पर ही मौत हो गई। कंडक्टर मांगीलाल ने उपचार के दौरान कोटा में दम तोड़ दिया। इसके अलावा गंभीर घायल रावत भाटा निवासी धापू बाई (60), दयाली बाई (50), नारायण सिंह (68), शकुंतला राजपूत (50), कांताबाई (60), मूल कंवर (50), पुष्प कंवर (50), लाड कंवर (55), तोलाराम कुमार, पोरानी बाई (40), मोनिका प्रजापत (33), कलावती देवी, चंद्रकांता तोलाराम (45) और पवन कुमार का कोटा के अस्पताल में उपचार जारी है। चौथ माता के दर्शन करने जाते वक्त हुआ हादसा
बस में सवार लोग रावतभाटा से सवाईमाधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा में चौथ माता के दर्शन करने जा रहे थे। तभी सड़क के गड्ढों को बचाने की कोशिश में निजी बस बेकाबू होकर बिजली के पोल से टकरा गई। इसके बाद खाई में पलटी खा गई। हादसे के वक्त बस की रफ्तार तेज थी और मौके पर चीख पुकार मच गई। पुलिस ने राहगीरों की मदद से लोगों को बस से निकाला और जेसीबी की मदद से बस को सीधा करवाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद बस का डीजल टैंक फट गया। जिससे अफरा—तफरी का माहौल हो गया। हालांकि, गनीमत रही कि बस में आग नहीं लगी।