नैनवां पंचायत समिति के विकास अधिकारी का पद भी रिक्त पड़ा हुआ। विकास अधिकारी का पद रिक्त होने से यह कार्यालय भी कार्यवाहक के भरोसे चल रहा है। विकास अधिकारी के अभाव में ग्राम पंचायतों के माध्यम से स्वीकृत कार्य प्रभावित हो रहे है। विकास अधिकारी के पद पर नरेन्द्रसिंह झाला का पद स्थापन तो हो रहा है, लेकिन वह जॉइन करने नहीं आ रहे।
उपजिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों के 11 पद है। विशेषज्ञ चिकित्सको के सभी पद रिक्त पड़े है। ट्रोमा सेंटर में तो एक भी चिकित्सक नियुक्त नहीं होने से पूरी तरह से चिकित्सक विहीन पड़ा है, जिससे एनएच 148डी व एसएच-34 पर दुर्घटनाग्रस्त होकर आने वाले घायलों को चिकित्सालय में उपचार के लिए लाए जाने वाले घायलों को आते ही रेफर कार्ड पकड़ा दिया जाता है।
नैनवां नगरपालिका के मुखिया अधिशासी अधिकारी का पद भी 8 माह से पद रिक्त चल रहा। अधिशासी अधिकारी नियुक्त नहीं होने से शहरी सरकार का भी कामकाज पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। बिगड़ी हुई सफाई व्यवस्था को देखने वाला कोई नहीं है। शहर की सड़कें अतिक्रमण की चपेट में आई हुई है। अन्य प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे है। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी का लाखेरी नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को दे रखा है, जो भी नैनवां से 50 किमी दूर पड़ता है। नगरपालिका में कनिष्ठ अभियंता का भी पद भी रिक्त पड़ा है, जिसका का भी अतिरिक्त चार्ज लाखेरी के कनिष्ठ अभियंता को दे रखा है।
उपखण्ड मुख्यालय पर उपखण्ड अधिकारी का पद सबसे बड़ा होता है। स्थिति यह बनी हुई है कि नैनवां में उपखण्ड अधिकारी का पद 8 माह से रिक्त पड़ा है। उपखण्ड अधिकारी का पद रिक्त होने से आम जन की समस्याओं की सुनवाई नहीं होने के साथ ही न्यायिक कार्य भी प्रभावित हो रहा है। सिर्फ तारीखें ही बदली जा रही। हिण्डोली के उपखण्ड अधिकारी को नैनवां उपखण्ड अधिकारी का अतिरिक्त चार्ज दे रखा है, जो नैनवां से 50 किमी दूर पड़ता है।
नैनवां थाने में सीआई का पद तो दो वर्ष से खाली पड़ा है। सीआई नहीं लगने से दो वर्ष से एसआई स्तर के अधिकारी ही कार्यवाहक के पास ही थानाधिकारी का चार्ज है।