राज्य स्तरीय समान परीक्षा के अंतर्गत विद्यार्थी दसवीं की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा देते पाए गए। विद्यालय के पास माध्यमिक स्तर की मान्यता नहीं होने के बाद भी विद्यालय में राज्य समान परीक्षा के प्रश्नपत्रों से दसवीं की परीक्षा कराने की गोपनीय शिकायत पर उड़नदस्ते ने विद्यालय में पहुंचकर यह गड़बड़झाला पकड़ा।
मंगलवार को उड़नदस्ता पहुंचा तो चार विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा देते पाए। उड़नदस्ते ने चारों विद्यार्थियों की उत्तर-पुस्तिकाएं जब्त की। साथ ही बिना मान्यता के चला रखी नवीं व दसवीं की कक्षाओं के छात्रों का उपस्थिति रजिस्टर जब्त कर लिया। उपस्थिति रजिस्टर में कक्षा दस में चार व कक्षा 9 में 12 छात्रों का नाम दर्ज मिला, जिनकी दिसम्बर माह में पूरी उपस्थिति भी दर्ज हुई मिली। स्टाफ का भी उपस्थिति रजिस्टर जब्त कर लिया।
मुख्य जिला शिक्षाधिकारी डॉ महावीरकुमार शर्मा का कहना है कि मामला जानकारी में है। विद्यालय द्वारा बाहर से पेपर मंगवाकर परीक्षा ली जा रही थी। विद्यालय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामला बहुत गम्भीर है। मामला उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन के भेजा गया है।
टोंक से ला रहे पेपर
विद्यालय का संचालक व प्रधानाध्यापक विद्यालय से गायब थे। उड़नदस्ते ने स्टाफ को बताया कि प्रश्नपत्र टोंक जिले के उनियारा के किसी निजी विद्यालय द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे है। एक शिक्षक द्वारा उड़नदस्ते की कार्रवाई को मोबाइल में रिकॉर्ड किया जाने लगा तो उड़नदस्ते ने शिक्षक के मोबाइल को जब्त कर लिया।