मेज नदी से निकाल रहे बजरी, कर रहे डम्प
बूंदी. झालीजी का बराना-गेण्डोली क्षेत्र में आने वाली मेज नदी में बजरी खनन थम नहीं रहा। एडवोकेट अंचल राठौर ने बताया कि यहां नदी से बजरी निकालकर मेणोली के निकट डम्प कर रहे हैं। बाद में इस जगह से शहरों और कस्बों में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर ले जा रहे।
बजरी माफिया नदी से रातभर अवैध तरीके से बजरी निकाल रहे हैं, जिससे नदी में गहरी खाइयां हो गई। नदी का स्वरूप बिगड़ गया। यहां बजरी के वाहनों को लग्जरी गाडिय़ा एसकॉर्ट करके निकाल रही, ताकि कोई रोके नहीं।
इस बात की जानकारी गेण्डोली थाना पुलिस को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे। उन्होंने बताया कि यहां ठेकेदारों के दबदबे के आगे कोई नहीं बोलता। जो बोलते हैं उन्हें भी वह कुछ दिनों में ही अपने पाले में शामिल कर लेते हैं। राठौर ने बताया कि बीते दिनों में बूंदी दौरे के दौरान स्वयं प्रभारी मंत्री ने स्वीकारा था नायब तहसीलदार और तहसीलदार ईमानदार नहीं हो सकते। दो प्रतिशत से लेते ही हैं।
बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली से निकाल रहे हैं बजरी
हिण्डोली. हिण्डोली क्षेत्र में सूखी पड़ी मेज नदी में इन दिनों लोग बड़ी मात्रा में बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं, तो कई लोग स्टॉक कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कुछ समय से मेज नदी सूखी पड़ी हुई है। ऐसे में बजरी खननकर्ताओं ने यहां खनन शुरू कर दिया है। सुबह से शाम तक यहां पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली में लोग बजरी भरकर कई गांव में ले जा रहे हैं। अवैध खनन से नदी का स्वरूप भी बिगडऩे की संभावना है।
नदी में बजरी खनन की जानकारी ली जाएगी व शीघ्र ही अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
केसरी सिंह, तहसीलदार, हिण्डोली