वहीं नेटफ्लिक्स पर डेविड लेटरमैन के साथ माई नेक्स्ट गेस्ट नीड्स नो इंट्रोडक्शन में शाहरुख खान शामिल होने पहुंचे थे, जिस दौरान उन्होंने याद किया कि किस तरह एक लेख में उनके बारे में झूठ लिखा गया था, जिसको लेकर वह एडिटर से खासा नाराज थे। शाहरुख खान बताते है कि मैं फिल्म इंडस्ट्री में नया था, इसलिए मैं हर न्य़ूज पर अपनी प्रतिक्रिया देता था – जो कुछ भी दिखाई देता था। शुक्र है कि तब सोशल मीडिया नहीं था। बस मेगजिन और पेपर थे। वहीं मेरे बारे में एक झूठा लेख लिखा गया था जिसको लेकर मुझे बहुत गुस्सा आया और मैंने संपादक को फोन किया और मैंने कहा, आपने यह लिखा है। जिसपर जवाब देते हुए एडिटर ने कहा यह सिर्फ एक मजाक है। तो मैंने कहा, मुझे यह मजाकिया नहीं लगता। जिसके बाद मैं उनके ऑफिस पहुंच गया और मैंने वहां बहुत हंगामा किया। मैं इतना गुससे में था कि वहां लगातार चिल्ला रहा था और लोगों को मारने की धमकी दे रहा था।
किंग खान आगे बताते है कैसे पुलिस उस समय उनकी फिल्म के सेट पर उन्हें गिरफ्तार करने आई थी। उन्होंने कहा कि मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रहा था और पुलिस आ गई। वे बड़े प्यार भाव से बैठ गए और बोले, हमें आपसे कुछ प्रश्न पूछने हैं’। मैंने कहा, क्या आप चाहते हैं कि मैं पैक कर दूं और हम अपनी कार में चैट कर सकें। क्योंकि मैं हमेशा मानता हूं कि जो भी मुझसे मिलता है वह एक प्रशंसक है । उन्होंने कहा, नहीं, हम चाहते हैं कि आप हमारी कार में आएं।
पुलिस फिर सुपरस्टार को पुलिस स्टेशन ले गई और उन्हें जेल में डाल दिया गया। वह जेल एक छोटी कोठरी में डाल दिया। जेल को देख मुझे जाने देने कि काफी गुजारिश की पर उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। शाहरुख बताते है कि वह एक छोटी सी छोटी जेल थी और इंसान का मल भी पढ़ा हुआ था। वहीं शाहरुख खान आगे कहते है कि जब उनको जमानत पर छोड़ दिया गया था तो उन्होंने संपादक को फोन किया और कहा कि “अब मैं जेल में हूं, और मुझे डर नहीं है, अब डरने की बारी तुम्हारी है।