वहीं सुशांत के केस में पूछताछ होने और हर तरफ उनकी किए जाने से शिवसेना सांसद संजय राउत (Shivsena MP Sanjay Raut) कुछ खास खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि सुशांत की सुसाइड ने उत्सव का रूप ले लिया है। उनकी मौत को इतनी अहमियत देने से संजय राउत परेशान (Sanjay Raut upset from Sushant news) हो रहे हैं।
संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने लेख में सुशांत की मौत पर जांच को लेकर कई सवाल (Sanjay raised question on Sushant news) उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस सुशांत के केस में पुलिस इतनी देर पूछताछ क्यों कर रही है। लगभग एक महीने से सुशांत की मौत पर ही चर्चा की जा रही है। सुशांत की मौत के अलावा भी देश में बहुत कुछ घटित हुआ है लेकिन ऐसा लगता है कि हर कोई बस इसी बात से प्रभावित हुआ है। सुशांत पर ही सबका ध्यान क्यों है? इससे पता चलता है कि लोग हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और उनके कलाकार से कितने प्रभावित हैं। वो एक्टर पिछले कुछ वक्त से डिप्रेशन का शिकार था। मेंटल ट्रॉमा से गुजर रहा था। सफल ना होने के कारण हताश था और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसमें अब पुलिस क्या जांच कर रही है? सुशांत के मामले में अब क्या बचा है जिसकी जांच पड़ताल (what investigation on Sushant case) की जाए?
संजय राउत ने आगे कहा कि देश में कोरोना का प्रकोप फैला हुआ है। भारत के 20 जवान शहीद हो गए, एक व्यक्ति ने पुणे में अपने परिवार समेत सुसाइड कर ली। उसकी फाइल बंद हो गई। फिर भी सुशांत की खबर को अभी भी जगह मिल (Sanjay asked why Sushant news) रही है। देश में इसके अलावा कितना कुछ चल रहा है।