मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद उनका नाम धर्मेंद्र (Dharmendra) और राइटर गुलजार (Gulzar) के साथ भी काफी चर्चा में रहा था। दरअसल ये बात तो उस दौर के काफी लोग जानते थे कि मीना कुमारी को लिखने का बेहद शौक था औऱ शायद यही वजह थी के वे गुलजार साहब के बेहद करीब मानी जाती थीं।
दोनों की पहचान फिल्म ‘बेनजीर’ की शूटिंग के दौरान हुई थी और यहीं से उनकी दोस्ती का सिलसिला शुरू हुआ था। कहा जाता है यही वह दौर भी था जब मीना कुमारी के कमाल अमरोही के साथ रिलेशन खराब होने लगे थे।
यह भी पढ़ेंः सिर्फ हेमा मालिनी ही नहीं, ये टॉप 5 हीरोइन हैं राज कपूर की खोज शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के रिश्ते में खटास आनी शुरू हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मीना कुमारी के पति कमाल अमरोही ने उनकी शायरी को कभी नहीं सराहा, लेकिन उनके दोस्त गुलजार उनकी शायरी की काफी तारीफ किया करते थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मीना कुमारी लीवर सिरोसिस जैसी बड़ी बिमारी से जूझ रही थीं, लेकिन इसी बीच उन्होंने फिल्म मेंरे अपने साइन की थी जो कि उनके दोस्त गुलजार की चाहत थी। गंभीर स्थिति के चलते शूटिंग पूरी करने में काफी दिक्कते भी आईं थीं औऱ यह सब गुलजार के कारण ही संभव हो पाया था।
यह भी पढ़ेंः पहले इंटरव्यू में बेहद डरी हुई थीं दीपिका पादुकोण, ये देखिए उनकी लाइफ का पहला इंटरव्यू शायद यही वजह थी कि अपनी मौत से पहले उन्होंने अपनी सभी शायरी गुलजार को सौंप दी थी और गुलजार ने भी उनके साथ वफादारी की और उसे मीना कुमारी की शायरी के नाम से पब्लिश भी किया था।