हड्डियां शरीर में बैंक की तरह काम करती हैं। जहां बोन टिश्यू डिपोजिट (जमा) व विड्रॉ (निकासी) होते हैं। बच्चों व किशोरों में नई हड्डियों का निर्माण यानी बोन टिश्यू डिपोजिट होते हैं। ऐसे ही 30 की उम्र के बाद टिश्यू विड्रॉल की दर डिपॉजिट की तुलना में बढ़ती है। स्त्रियों में मेनोपॉज के बाद कैल्शियम की कमी ऑस्टियोपोरोसिस की वजह बनती है। युवावस्था में ही बोन बैंक को मजबूत करें।
फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. रंजीता के अनुसार विटामिन-डी की मदद से शरीर कैल्शियम एबजॉर्ब कर पाता है। दूध व मशरूम विटामिन-डी के अच्छे स्रोत हैं इसके अलावा सूरज की रोशनी से भी विटामिन-डी मिलता है।
फिजिकल एक्टीविटी से आया थोड़ा पसीना आपको लंबे समय के लिए स्वस्थ बना देता है। अगर आप तैरना जानते हैं तो तैराकी आपकी खासी मदद कर सकती है लेकिन अगर यह सुलभ नहीं है तो बैडमिंटन को विकल्प के तौर पर लिया जा सकता है। यह खेल आपके शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखेगा। साइक्लिंग करें इससे मांसपेशियों व जोड़ों को मजबूती मिलती है और व्यक्ति का स्टेमिना बढ़ता है।
मजबूत हड्डियों की पहली जरूरत कैल्शियम होती है। 9 -17 साल की उम्र तक आपको प्रतिदिन 1300 मिलिग्राम कैल्शियम चाहिए। यही वह महत्वपूर्ण साल होते हैं जब आपकी हड्डियों को बढ़ने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है। कैल्शियम के महत्वपूर्ण स्रोत फैट फ्री डेयरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर व दही, टोफू, शलजम, सरसों का साग, अंकुरित अनाज, गोभी, संतरे का रस और सोया मिल्क आदि हैं।