स्टीलबर्ड हेलमेट,एशिया की सबसे बड़ी हेलमेट निर्माता कंपनी बन चुकी है और अब कंपनी ने 105 करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी कर ली है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी का टारगेट 10 मिलियन हेलमेट बनाने का रहेगा। ये बड़ा लक्ष्य कंपनी को ग्लोबल हेलमेट मार्केट में एक प्रमुख कंपनी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने का नया मौका देता है। कंपनी, ने पहले ही अपने बद्दी और नोएडा प्लांट में 150 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कंपनी का लक्ष्य अगले 18 महीनों में हर दिन 40,000 हेलमेट का निर्माण करना रहेगा।
बड़ा हो रहा है टू-व्हीलर बाजार
स्टीलबर्ड ने इतना बड़ा इन्वेस्टमेंट इसलिए करने का फैंसला किया है क्योंकि देश में टू-व्हीलर बाजार बड़ा हो रहा है, और यहां अपार सम्भावनायें हैं। इस बारे में स्टीलबर्ड हेलमेट के एमडी राजीव कपूर ने बताया कि कंपनी ने देश के हर जिले में अपना शोरूम खोलने की योजना बनायी है। स्टीलबर्ड का टारगेट राइडर्स को पूरी सेफ्टी देना है इसलिए कंपनी का फोकस सिर्फ और सिर्फ टॉप क्वालिटी हेलमेट बनाना है। स्टीलबर्ड भारत की अकेली यूरोपीय ECE-certified हेलमेट निर्माता कंपनी है, जो यूरोपीय बाजार तक पहुंच के लिए योग्य है और ग्लोबल हेलमेट बाजार में पैर जमाने की दिशा में कंपनी काफी महत्वपूर्ण है।
स्टीलबर्ड के एमडी राजीव कपूर ने कहा कि, हमने हाल ही में अपनी सुविधाओं में रोबोटिक वाइज़र कोटिंग सुविधाएं और एक ऑटोमैटिकपेंट शॉप शुरू की है जो सिर्फ 60 सेकंड में 10 shells पेंट करने की क्षमता रखती है। उन्होंने ये भी कहा कि 10 मिलियन हेलमेट बनाने की हमारी आकांक्षा विश्व स्तर पर सवारों के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।