इस मामले में पुलिस ने कसीमुद्दीन पुत्र हसीनुद्दीन निवासी ग्राम खारी और रामवीर पुत्र पीतम निवासी ग्राम फिरोजपुर उग्रसेन उर्फ मौजीपुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बताया कि दोनों साथ में मिलकर तंत्र-मंत्र की क्रिया करते हैं। सट्टे का नंबर भी लगाते है। कुछ समय से तंत्र क्रिया करते हुए नंबर हासिल करने में सफल नहीं हो रहे थे।
इसके चलते मृतक कारी की कब्र खोदकर उनकी गर्दन निकाल ली थी। कसीमुद्दीन ने गर्दन अपने पास रख ली थी। कसीमुद्दीन मुंबई में रहकर कपड़े का काम भी करता था। वह पुलिस की बढ़ती सक्रियता के चलते मुंबई भाग गया। जहां उसने कारी के कंकालनुमा सिर को समुद्र में फेंक दिया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त फावड़ा और आरी बरामद की है।
एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया कि कारी की कब्र खोदकर सिर निकालने से पहले से दोनों आरोपी नजीबाबाद के पास जाफरा के जंगल में भी तंत्र क्रिया कर चुके थे। उस तंत्र क्रिया से इन्हें सफलता नहीं मिली। साथ ही चंडीगढ़ में भी तंत्र क्रिया से संबंधित कोई काम किया था। बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी तांत्रिक हैं, जिन्होंने सट्टे के सटीक नंबर हासिल करने के लिए कारी की कब्र पर तंत्र क्रिया की थी।