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बिना जांचे परोसा जा रहा खाना, दांव पर है मासूमों की ज़िन्दगी एनआरआर (ANR Company) कंपनी के कैशियर शुभम सिंह और ड्राइवर राजेश सेठिया से शुक्रवार को दिनदहाड़े 17 लाख 35 हजार रुपए लूट के शिकार हुए। स्कॉर्पियों सवार तीन अज्ञात युवको ने इस वारदात को अंजाम दिया है। कैशियर ने बस्तर चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराया है। कोतवाली पुलिस एफआइआर(FIR) दर्ज कर लूटेरो की खोजबीन शूरू कर दी है। पुलिस (CG Police) के मुताबिक मोंगरापाल स्थित एनआरआर फर्म के कैशियर शुभम सिंह और ड्राइवर राजेश सेठिया शुक्रवार की सुबह बोलेरो में सवार होकर बैंक ऑफ बड़ौदा पहुंचे थे। बैंक से 17 लाख 35 हजार रुपए लेकर दोनों मोंगरापाल (Bastar Mongrapal) की ओर वापस निकले थे। दोपहर करीब 1 बजे जब वे मेटावाड़ा नेशनल हाइवे (NH) से गुजर रहे थे। उसी वक्त एक काले रंग की स्कॉर्पियों के सामने खड़े तीन युवकों में से एक ने उनकी बोलेरो को हाथ दिखाकर रोका।
अचानक बोलेरो के सामने आने पर राजेश को गाड़ी रोकना पड़ा। जिसके बाद अज्ञात युवकों ने वाहन खराब होने की बात कहते हुए पेचकस मांगा। पेचकस नहीं देने पर युवकों ने बोलेरो (Bolero) की चाबी निकाल ली। जिसके बाद हाथ में पकड़े रुमाल के नीचे पिस्टल (Pistal) होने की बात कहकर जान से मारने की धमकी और उनके पास काले बैग में रखे हुए 17 लाख 35 हजार रुपए लेकर फरार हो गए।
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बरसात में बीमारी ले सकती है आपकी जान, बचना है तो कर लें यह 10 उपाय बोलेरो की चाबी छीन लेने की वजह से शुभम और राजेश उनका पीछा नहीं कर सके। पुलिस थाने पहुंचकर लूट की शिकायत दर्ज कराई। विगत दो वर्षों के भीतर लूट और उठाईगिरी के ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें अपराधियों को पकडऩे में पुलिस को नाकामयाबी हासिल हुई है।
शुभम और राजेश से अलग-अलग बयान
पुलिस मामले की सत्यता जानने कैशियर और राजेश सेठिया का अलग-अलग बयान लिया है। मामले को हर पहलू से बारिकी जांच कर पुलिस इसकी सत्यता जानने की भी कोशिश कर रही है। लूट की वारदात प्रायोजित है या वाकई लूट हुई है इस पर पुलिस विवेचना कर रही है।
आईजी व एसपी ने लिया संज्ञान
जिले में लूट की यह अब तक की सबसे बड़ी वारदात है। मामले को संज्ञान में आने के बाद आईजी विवेकानंद सिन्हा और एसपी दीपक कुमार झा ने पुलिस अधिकारियों को गंभीरतापूर्वक जांच और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने निर्देश दिए हैं। आईजी (IG) और एसपी (SP) के मार्गदर्शन में पुलिस अधिकारियों की स्पेशल टीम बनाई गई है। जिसमें साइबर सेल के अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है। ताकि आरोपियों तक पहुंचने कोई सुराग मिल सके।
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शुभम सिंह ने पुलिस को बताया कि उक्त रकम वह मजदूरों की भुगतान के लिए लेकर जा रहे थे। इससे पहले यह वारदात उनके साथ हो गई। लूट की वारदात को अंजाम देने वाले युवकों को उन्होंने पहले कभी नहीं देखा है। उन्होंने यह बात एनआरआर फर्म के संचालक को भी दी है।
बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
आरोपियों का पता लगाने पुलिस बैंक का सीसीटीवी (CCTV Footage) फुटेज खंगाल रही है। ताकि किसी तरह से आरोपियों की पहचान हो सके। इसके अलावा शहर में चौराहों में लगने सीसीटीवी की भी मदद ली जा रही है। साथे लूटेरों की काले रंग स्कॉर्पियों की खोजबीन जारी है।
कोतवाली थाना प्रभारी घनंजय सिन्हा का कहना है – उक्त मामलें में कैशियर और ड्राइवर से पूछताछ से जानकारी ली जा रही। बताए गए हुलिया के आधार पर आरोपियों की खोजबीन जारी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
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