CG News: गुरूचरण को चार दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखा
प्रेस वार्ता में
बलरामपुर में पुलिस हिरासत में युवक गुरूचरण मंडल की संदिग्ध मौत का मामला उठाया गया। मंडावी ने बताया कि मृतक की पत्नी 29 सितंबर को लापता हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने गुरूचरण और उसके पिता को पूछताछ के लिए बुलाया था।
विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गुरूचरण को चार दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखा और उसके साथ बर्बरता की। उन्होंने कहा कि पुलिस का दावा है कि उसकी मौत बाथरूम में फांसी लगाने से हुई, लेकिन परिवार का कहना है कि यह पुलिस की पिटाई का परिणाम है। बलरामपुर पुलिस की वजह से हमने अपने बेटे को खो दिया।
पुन: पोस्टमार्टम कराने की मांग
मंडावी ने सरकार से मांग की कि इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में कराई जाए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी और टीआई की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने और शव का पुन: पोस्टमार्टम कराने की भी अपील की। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है। मुख्यमंत्री की विफलता के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर और कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
सरकार से पूछे सवाल
CG News: मंडावी ने
भाजपा की विष्णु देव साय सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को पुलिस 24 घंटे से अधिक समय तक हिरासत में नहीं रख सकते गुरुचरण मंडल और उनके पिता तथा एक अन्य को चार दिनों तक थाने में हिरासत में क्यों रखा गया?
24 घंटे के भीतर कोर्ट में क्यों प्रस्तुत नहीं किया गया? मृतक के पास तौलिया कहां से आया जबकि उसके पिता का कहना है कि उसके पास कोई तौलिया नहीं थी। शव का पंचनामा परिवार के सामने नहीं किया गया, जब मृतक के परिजन शव को दफनाने की मांग की तो पुलिस स्वयं जलाना चाहते थे लेकिन दबाव के कारण दफनाया गया।