पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी जी को मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कई प्रकार के प्रलोभन देकर अपनी ओर मिलाने का प्रयत्न किया, परंतु नारायण त्रिपाठी जी भारतीय जनता पार्टी के वे कार्यकर्ता हैं, जो पूरी निष्ठा के साथ भाजपा के साथ थे, हैं और रहेंगे। राकेश सिंह ने कहा- कांग्रेस ने नारायण त्रिपाठी से कई तरह के वादे किए लेकिन नारायण त्रिपाठी बड़ी निष्ठा के साथ भाजपा से जुड़े थे और भाजपा के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी में आए थे जिस कारण उन्होंने कांग्रेस के प्रलोभवनों को ठुकरा दिया और वो आज भी भाजपा में हैं थे और आगे भी रहेंगे।
नारायण त्रिपाठी ने कांग्रेस पर बोला हमला
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नारायण त्रिपाठी ने कहा- कांग्रेस में ना कोई नेतृत्व है और ना ही कोई सोच। मैहर का विकास मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। नारायाण त्रिपाठी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि नरोत्तम मिश्रा ने ही नारायण त्रिपाठी को मनाया है। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा- नारायण त्रिपाठी भाजपा के थे और भाजपा के ही रहेंगे। इसके साथ ही नारायण त्रिपाठी ने बड़ा बयान देते हुए कहा- भाजपा जब चाहे मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिरा सकती है। इसके साथ ही नारायण त्रिपाठी ने कहा- मैं पार्टी के प्रचार के लिए झाबुआ भी जाऊंगा और जनता से पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील करूंगा।
मध्यप्रदेश विधानसभा में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। कांग्रेस को सबसे ज्यादा 114 सीटों पर जीत मिली थी फिर वो बहमत से 2 सीट दूर थी लेकिन निर्दलीय विधायकों के सपोर्ट से कांग्रेस की सरकार बनी। कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले कमल नाथ ने उस वक्त भाजपा को बड़ा झटका दिया था जब कमल नाथ ने सरकार के पक्ष में दो भाजपा विधायकों ने वोटिंग की और फिर उसके बाद कमल नाथ ने बागी विधायकों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेस की थी। लेकिन अब दोनों ही विधायकों ने अपना पला बदलते हुए खुद को भाजपा का विधायक बताया है।