जब भी नेताओं के प्यार की बात होती है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी राजे की लव स्टोरी की चर्चा जरूर होती है। प्रियदर्शनी और सिंधिया की लव स्टोरी काफी रोमांचक है। पहली ही मुलाकात में ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रियदर्शनी राजे को दिल दे बैठे थे। साथ ही शादी करने का फैसला कर लिया था। फिर परिवार की मर्जी से दोनों की शादी हुई थी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर राजघराने से हैं तो प्रियदर्शनी राजे बड़ौदा राजघराने से ताल्लुकात रखती हैं। लेकिन वो रहती मुंबई में थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया 19 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन किया। आज से करीब 28 साल पहले 1991 में दोनों पहली बार मिले थे। दोनों की मुलाकात घरवालों की मर्जी से ही हुई थी।
1991 में ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी राजे की मुलाकात दिल्ली में हुई। पहली ही मुलाकात में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फैसला कर लिया कि हम प्रियदर्शनी राजे से शादी करेंगे। मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य ने अपना फैसला परिवार के लोगों को सुना दिया था। मुलाकात के ठीक तीन साल बाद दोनों की दिसंबर 1994 को दोनों की शादी हुई।
अब ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी राजे शादी के बाद खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। दोनों के दो बच्चे हैं। महाआर्यमन और अनन्या सिंधिया। महाआर्यमन बड़े हैं, उन्होंने इसी साल अमेरिका से ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है। दोनों बच्चे अक्सर अपने माता-पिता के साथ नजर आते हैं।
प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने मुंबई के फोर्ट कॉन्वेंट स्कूल से और सोफिया कॉलेज से पढ़ाई की है। साल 2012 में फेमिना ने प्रियदर्शनी को दुनिया की 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं की सूची में शामिल किया था। प्रियदर्शनी ज्यादातर दिल्ली और ग्वालियर में रहती हैं।
पति ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ प्रियदर्शनी राजे सिंधिया कदम से कदम मिलाकर चलती है। प्रियदर्शनी चुनावों के वक्त पति के क्षेत्र में खूब सक्रिय रहती हैं। एक तरीके से कहा जाए तो चुनाव की कमान वहीं संभालती हैं। इस चुनाव में भी गुना-शिवपुरी के इलाके में खूब प्रचार कर रही थीं। लेकिन इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार गए।
सिंधिया संभाल रहे विरासत
30 सिंतबर 2001 को ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया। ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया अमेरिका से लौट अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभाल लिया। इसके साथ ही वह महल की विरासत को भी बखूबी संभाल रहे हैं
क्रिकेट के शौकीन हैं सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दून स्कूल से पढ़ाई की है। उनके पिता माधवराव सिंधिया ने स्कूल प्रशासन को सख्त हिदायत दे रखी थी कि उनके साथ भी आम छात्रों की तरह बर्ताव किया जाए। पिता की तरह इन्हें भी क्रिकेट का शौक है जो आज भी बरकरार है। पिछले दिनों ही मुरैना में एक स्टेडियम के उद्घाटन के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बल्ला थामे नजर आए थे।