– सत्र बढ़ाकर आठ से नौ किए
मुख्यमंत्री ने बैठक के सत्र बढ़ाकर आठ से नौ करना तय किया। इंदौर में समिट के दिन फस्र्ट हॉफ में मुख्य कार्यक्रम होना है। सेकंड हॉफ में आठ सत्र होना तय थे, लेकिन गुरुवार को कमलनाथ ने बैठक के दौरान निर्देश दिए कि अब नौ सत्र किए जाएंगे। इसमें नवकरणीय ऊर्जा का क्षेत्र और जोड़ा गया है। कमलनाथ ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा भविष्य का बड़ा सेक्टर है और इसमें मध्यप्रदेश में काफी निवेश हुआ भी है। आगे भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं, इसलिए इसे भी अलग सत्र रखा जाए।
– इनमें निवेश की ज्यादा संभावना
मैग्नीफिसेंट एमपी में फूड प्रोसेसिंग, लॉजिस्टिक हॅब, हेल्थ केयर एंड फार्मा, रियल एस्टेट, इंडस्ट्री-4.0 आईटी, टूरिज्म, टैक्सटाइल एंड गारमेंट्स और नवकरणीय ऊर्जा में ज्यादा निवेश की संभावना है।
– टाटा-बिड़ला की हामी, अंबानी का इंतजार
समिट में आने के लिए अभी तक करीब 500 निवेशकों ने सहमति दी है। इनमें करीब 124 देश के नामी उद्योगपति हैं। इनमें टाटा, बिड़ला, महिंद्रा, रॉलसन सहित कई ग्रुप शामिल हैं। रिलायंस गु्रप के अनिल अंबानी का आना भी लगभग तय है। वहीं, मुकेश अंबानी की सहमति अभी नहीं मिली है। उनके रिलायंस बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक भी समिट वाले दिन ही मुंबई में हैं, इसलिए गुरुवार को मुख्य सचिव एसआर मोहंती मुंबई जाकर मुकेश अंबानी से मिले। मोहंती ने अंबानी से आग्रह किया है कि डायरेक्टर बोर्ड की बैठक मुंबई में शाम को कर लें और सुबह इंदौर में समिट में शिरकत करें।
– पारले-जी मुरैना में लगाएगा इंडस्ट्री
पारले-जी ग्रुप ने मुरैना के सीतापुरा में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाना तय किया है। ग्रुप इसके लिए 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि 70 फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों को देना होगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस पूरे प्रोजेक्ट को देख रहे हैं। इसकी घोषणा समिट में होगी। पारले-जी के अफसर सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में जमीन देखकर जा चुके हैं। राज्य सरकार के स्तर पर भी इसकी प्रारंभिक सहमति बन चुकी है। कमलनाथ ने निर्देश दिए हंै कि औद्योगिक निवेश के मामले में सारी मंजूरियां एक छत के नीचे लाई जाएं। साथ ही ऐसे प्रोजेक्ट के लिए अलग से अधिकारी तैनात करके भी मॉनिटरिंग की जाएगी। सभी उद्योगों को मंजूरियों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
– पारले-जी की पहली एंट्री
पारले-जी ग्रुप की मध्यप्रदेश में यह पहली एंट्री होगी। ग्रुप सीतापुर में जहां फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री डाल रहा है, वहां आस-पास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलमेंट का प्रोजेक्ट सरकार ने तैयार किया है। इस क्षेत्र में कुछ अन्य इंडस्ट्री और आएंगी। इस इलाके को कनेक्टिविटी से लेकर अन्य सुविधाओं तक के लिए अलग से प्लान बनाकर काम होगा।
मैग्नीफिसेंट एमपी की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। अधिकतर उद्योगपतियों की सहमति मिल चुकी है। 40 से ज्यादा निवेश प्रस्ताव पर काम हो रहा है।
– डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव, उद्योग विभाग