मेन्टेनेंस के इंतजार में शासकीय आवासों की लंबी होती सूची के बाद अफसर मामले की जांच कराने की बात कह रहे हैं, पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। आशंका जताई जा रही है कि मेन्टेनेंस के लिए आए बजट को मिलीभगत करके खुर्द-बुर्द कर दिया गया है। विभाग की अनदेखी के कारण 113 आवास जर्जर घोषित कर आवंटन सूची से बाहर करने पड़े हंै।
संपदा शाखा से आवास मेन्टेनेंस पर 12 करोड़ खर्च करने का दावा है। अब राशि नहीं होने की बात कहकर फाइलें रोक दी हैं। बारिश में खराब दीवारों और दरवाजों तक को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। तुलसी नगर, 1100 क्वाटर्स के कई आवासों में सीलन से करंट फैल रहा है। विभाग को जानकारी है,पर सुनवाई नहीं की। 1100 क्वार्टर के 60 रहवासियों ने मेन्टेनेंस के लिए चार महीने पहले आवेदन दिया था।
105 बी श्रेणी
61 सी श्रेणी
255 डी श्रेणी
483 ई श्रेणी
1981 एफ श्रेणी
3649 जी श्रेणी
2159 एच श्रेणी
2509 आई श्रेणी
11202 कुल आवास
(नोट- इसमें से टीटी नगर के काफी आवास तोड़े जा चुके हैं।)
आरके मेहरा, इंजीनियर इन चीफ, पीडब्ल्यूडी