कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नारायण त्रिपाठीने कहा- कांग्रेस में ना कोई नेतृत्व है और ना ही कोई सोच। मैहर का विकास मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। नारायाण त्रिपाठी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि नरोत्तम मिश्रा ने ही नारायण त्रिपाठी को मनाया है। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा- नारायण त्रिपाठी भाजपा के थे और भाजपा के ही रहेंगे। नारायण त्रिफाटी ने कहा- मैं झाबुआ जाऊंगा और वहां उपचुनाव में पार्टी के पक्ष में प्रचार करूंगा।
नारायण त्रिपाठी के साथ भाजपा स बगावत करने वाले विधायक शरद कोल ने भी कहा था कि मैं भाजपा का विधायक था और रहूंगा। शरद कोल ने कहा था- मैं आज भी भारतीय जनता पार्टी का विधायक हूं। अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमें जिसके पास जाना पड़ेगा जाएंगे इसका मतलब ये नहीं है कि हमने अपना घर छोड़ दिया है। शरद कोल शहडोल जिले की ब्यौहारी विधानसभा सीट से विधायक हैं।
नारायण त्रिपाठी के भाजपा कार्यालय पहुंचने के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा- हमें नारायण त्रिपाठी पर पूरा भरोसा है। नारायण त्रिपाठी कांग्रेस के साथ थे और आगे भी रहेंगे।
बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने का दावा करने वाली भाजपा का दांव उस वक्त उल्टा पड़ गया था। जब भाजपा 25 जुलाई को दो विधायकों ने सदन में दंड विधि (संशोधन) विधायक पर सरकार के पक्ष में वोटिंग की थी। भाजपा के दो विधायकों के कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग करने से कमल नाथ सरकार मजबूत हुई थी। भाजपा के नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने सरकार के समर्थन में वोटिंग की थी। बता दें कि नारायण त्रिपाठी सतना जिले की मैहर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। हालांकि धारा 370 हटाए जाने के बाद नारायण त्रिपाठी ने अमित शाह की तारीफ की थी।